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प्रेम का प्रतिबिंब ताजमहल पर निबंध | Tajmahal Essay in Hindi

Tajmahal Essay in Hindi
Tajmahal Essay in Hindi

Tajmahal Essay in Hindi : शाहजहां और मुमताज के प्रेम निशानी ताजमहल आज विश्व धरोहर मकबरा के रूप में जाना जाता है । इसकी सुंदरता देखने के लिए देश विदेशों के लोग भारत की ओर खींचे चले आते हैं। इसकी भाभी सुंदरता को देख सभी लोग आश्चर्यचकित और भाव चक्के हो जाते हैं । मुगलों के समय में बनिया भव्य और अति सुंदर इमारत आज भारत की सुंदरता को सौभाग्य मान करती है ।विश्व धरोहर ताजमहल के बारे में सभी स्कूली बच्चों को जरा जानकारी देने के लिए उनको ताजमहल के ऊपर निबंध आदि लिखने के लिए कहा जाता है। आज हम इस लेख में आपको ताजमहल के ऊपर निबंध प्रस्तुत करने जा रहे हैं , तो आप हमारे इस निबंध को अंत तक अवश्य पढ़ें ।

Tajmahal Essay in Hindi

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प्रस्तावना :-

ताजमहल हमारे देश का ऐतिहासिक और सबसे आकर्षित दिखने वाले स्मारकों में से एक है । भारत देश का सांस्कृतिक और प्रेम के प्रति का प्रतिबिंब है । ताजमहल को प्रेम के प्रतीक के रूप में भारत देश में देखा जाता है । इसकी सुंदरता देखने के लिए देश-विदेश के लोग इसकी ओर आकर्षित होते हैं । मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी महारानी मुमताज महल की याद में ताजमहल को 1631 ईस्वी में बनवाया था । ताजमहल उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित है । आगरा किले से लगभग 2.5 किलोमीटर की दूरी पर आप को ताजमहल देखने को मिलता । ताजमहल आगरा के यमुना नदी के किनारे स्थित है । इसकी सुंदरता को शोभायमान करने के लिए इसमें सफेद संगमरमर का प्रयोग किया गया है । सफेद संगमरमर द्वारा निर्मित ताजमहल की सुंदरता सबको आश्चर्यचकित कर देती है । विश्व में सात आश्चर्यजनक चीजें मौजूद हैं , जिसमें ताजमहल का भी नाम शामिल किया गया है । की सुंदरता इतनी मनमोहक है , जिसको देखने के बाद इंसान का दिल नहीं भरता है ।

ताजमहल सात आश्चर्य में से एक है :-

भारतवर्ष में आपको बहुत से ऐतिहासिक और आकर्षक इमारत देखने को मिल जाएंगे । मगर ताजमहल एक अलग ही भारतीय ऐतिहासिक स्मारक के रूप में जाना जाता है । इसको बनाने के लिए महान कलात्मक का प्रदर्शन किया गया है और इसे देखने के लिए लोगों का मन लाल जाने पर विवश हो जाता है । ताजमहल को आगरा के महान राजा के प्रेम का प्रतीक के रूप में जाना जाता है । विश्व में जितनी भी आश्चर्यजनक चीजें मौजूद हैं , उसमें ताजमहल का भी नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जा चुका है । रविंद्र नाथ टैगोर जी ने इसे
"संगमरमर का एक सपना" कहां है । पृथ्वी पर मौजूद ताजमहल मानो स्वर्ग का ही प्रतिबिंब है ।भारत की उत्तर प्रदेश में स्थित ताजमहल को यूनेस्को ने विश्व धरोहर का दर्जा प्रदान किया हुआ है ।

ताजमहल का निर्माण :-

मंत्रमुग्ध कर देने वाले ताजमहल का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल के याद में उनकी मृत्यु के उपरांत बनवाया था। इतिहास से पता चलता है , कि शाहजहां अपनी पत्नी मुमताज महल से बेहद मोहब्बत किया करते थे । उनकी मृत्यु के बाद शाहजहां को बहुत बड़ा धक्का लगा था । मुमताज महल की मृत्यु के बाद कहां जाता है , कि शाहजहां खाना पीना पसंद नहीं किया करते थे । मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी बीवी मुमताज महल की मृत्यु के बाद उनकी सभी चीजों को अपने सामने रखने का निर्णय लिया था। तभी मुगल सम्राट शाहजहां ने आगरा किले के सामने मुमताज की याद में ताजमहल का निर्माण करवाया था । ऐसा कहा जाता है , कि ताजमहल के निर्माण के बाद शाहजहां रोजाना अपने महल से ताजमहल को देखा करते थे। ताजमहल को देखते हुए शाहजहां अपनी पत्नी को याद करते थे । शाहजहां को ताजमहल का निर्माण करवाने में कई वर्ष लग गए थे । यही कारण है , कि आज ताजमहल को शाहजहां और मुमताज के प्रेम का प्रतीक कहा जाता है । हमारे देश की सरकार ताजमहल की सुंदरता और सुरक्षा बरकरार रखने के लिए हमेशा उस पर विशेष रुप से ध्यान देती रहती है ।

ताजमहल की सुंदरता :-

यदि हम ताजमहल की सुंदरता के बारे में बताएं तो , ताजमहल के आसपास का वातावरण बहुत ही प्राकृतिक और आकर्षक रूप का नजर आता है । विश्व धरोहर ताजमहल उत्तर प्रदेश के आगरा शहर के यमुना नदी किनारे पर स्थित है । ताजमहल के निर्माण में कई कलाकारों और कारीगरों के विचारों द्वारा शाही कलाकृतियों का प्रयोग करके निर्माण कार्य किया गया है । ताजमहल के आसपास बहुत से सुंदर एवं आकर्षक पेड़ पौधों का पर्यावरण की सुंदरता के रूप में स्थापित किया गया । ताजमहल में प्रवेश करते ही मानव पर्यावरण की खुशबू मस्तिष्क में छा जाती है । ताजमहल के सामने आकर्षक दिखने वाले फव्वारे का निर्माण करवाया गया है । ताजमहल की सुंदरता देखने के बाद कोई भी देश या विदेश का व्यक्ति कभी भी भूल नहीं सकता है। जो लोग ताजमहल के बारे में केवल जानते हैं , वह इसको देखने के लिए खींचे चले जाते हैं। ताजमहल आज हमारे देश एवं हमारे उत्तर प्रदेश की शान के रूप में भी जाना जाता है ।

निष्कर्ष :-

ताजमहल को अपनी सुंदरता और आकर्षक के लिए अजूबा भी कहा जाता रहा है । यह एक बेइंतहा प्यार की निशानी है , जो शाहजहां और मुमताज महल के प्रेम संबंध को प्रदर्शित करती । ताजमहल एक मुगल वास्तुकला का प्रतिमान उदाहरण है । हमारे देश के प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य बनता है , कि ताजमहल एवं अन्य भारतीय स्मारकों का ध्यान रखना चाहिए ।हमें ऐसे स्मारकों के पास कभी भी गंदगी नहीं फैलाने चाहिए और उसकी सुंदरता और आकर्षण को बनाए रखने के लिए विशेष रुप से ध्यान भी देना चाहिए ।

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