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दर्द भरी शायरी, पेनफुल शायरी | Best 101+ Dard Shayari

Dard Shayari

Latest Collection of best Dard Shayari (दर्द भरी शायरी), पेनफुल शायरी. Read and share with friends, relative and social media also. Thanks

New Dard Shayari

—#1—

अब बस भी कर ज़ालिम, कुछ तो रहम खा मुझ पर,
चली जा मेरी नज़र से दूर कहीं मैं शायर ना बन जाऊं।

Dard Shayari

—#2—

भीड़ में भी तन्हा रहना मुझको सिखा दिया,
तेरी मोहब्बत ने दुनिया को झूठा कहना सिखा दिया,
किसी दर्द या ख़ुशी का एहसास नहीं है अब तो,
सब कुछ ज़िन्दगी ने चुप-चाप सहना सिखा दिया।

—#3—

दिल को ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं,
फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई शिकवा नहीं,
और कितने अश्क बहाऊँ अब उस के लिए,
जिसको खुदा ने मेरी किस्मत में लिखा ही नहीं।

—#4—

एक बात सिखाई है… ताजुर्वे ने हमें,
एक नया दर्द ही पुराने दर्द की दवा है।

—#5—

उसकी हँसी में छुपे दर्द को महसूस तो कर,
वो तो यूँही हँस हँस के खुद को सजा देता है।

—#6—

जख्म देकर ना पूछा करो
दर्द की शिद्दत,
दर्द तो दर्द होता है,
थोड़ा क्या, ज्यादा क्या!!

—#7—

शीशा तो टूट कर, अपनी कशिश बता देता है,
दर्द तो उस पत्थर का हैं, जो टुटने के काबिल भी नही।

—#8—

तेरे दिल के करीब आना चाहता हूँ मैं,
तुझको नहीं और अब खोना चाहता हूँ मैं,
अकेले इस तनहाई का दर्द बर्दाश्त नहीं होता,
तू एक बार आजा तुझसे लिपट कर रोना चाहता हूँ मैं।

—#9—

अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई,
तो दर्द का हिसाब क्यूँ रखूं।

—#10—

नसीहत अच्छी देती है दुनिया,
अगर दर्द किसी ग़ैर का हो।

Dard Bhari Shayari Hindi

—#11—

वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।

—#12—

ज़माने में किसी पर ऐतबार मत करना,
किसी की चाहत में दिल बेकरार मत करो,
या तो हौंसला रखो दर्द-ए-दिल सहने का,
या फिर किसी से इश्क मत करो।

—#13—

गुलशन की बहारों पे सर-ए-शाम लिखा है,
फिर उस ने किताबों पे मेरा नाम लिखा है,
ये दर्द इसी तरह मेरी दुनिया में रहेगा,
कुछ सोच के उस ने मेरा अंजाम लिखा है।

—#14—

जो नजर से गुजर जाया करते हैं;
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं;
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।

—#15—

आँखों में उमड़ आता है बादल बन कर,
दर्द एहसास को बंजर नहीं रहने देता।

—#16—

खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,
कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते।

—#17—

तेरी मोहब्बत में हम बैठें हैं चोट खाए,
जिसका हिसाब न हो सके उतने दर्द हमने पाये,
फिर भी तेरे प्यार की कसम खाके कहता हूँ,
हमारे लब पर तेरे लिये सिर्फ और सिर्फ दुआ आये।

—#18—

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है;
जिसका रास्ता बहुत खराब है;
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा;
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।

—#19—

हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे;
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे;
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया;
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे।

—#20—

ये सुना है कि हिज्र में मेरे आपने मुस्कुराना छोड़ दिया
ये तो ऐसा है जैसे मछली ने सर्दियों में नहाना छोड़ दिया

दर्द भरी शायरी

—#21—

दर्द हल्का है साँस भारी है
जिए जाने किस रस्म जारी है

—#22—

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है;
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है;
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू;
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है।

—#23—

इस तरह मेरी तरफ मेरा मसीहा देखे,
दर्द दिल में ही रहे और दवा हो जाए।

—#24—

रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे,
एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है।

—#25—

हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे;
लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे;
कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए;
जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।

—#26—

जान गया वो हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है,
इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी के लिए।

—#27—

इलाजे-दर्दे-दिल तुमसे मेरे मसीहा हो नहीं सकता,
तुम अच्छा कर नहीं सकते मैं अच्छा हो नहीं सकता।

—#28—

उसने दर्द इतना दिया कि सहा ना गया,
उसकी आदत सी थी इसलिए रहा न गया,
आज भी रोती हूं उसे दूर देख के,
लेकिन दर्द देने वाले से यह कहा ना गया!

—#29—

दिल का दर्द एक राज बनकर रह गया,
मेरा भरोसा मजाक बनकर रह गया,
दिल के सौदागरों से दिल्लगी कर बैठे,शायद
इसलिए मेरा प्यार इक अल्फाज बनकर रह गया।

—#30—

और भी कर देता है मेरे दर्द में इज़ाफ़ा,
तेरे रहते हुए गैरों का दिलासा देना।

Dard Bhari Shayari In Hindi

—#31—

दिल का दर्द हमारा भी अब
सारी हदें आर पार कर रहा है,
दिलबर भी कितना संगदिल है
एक जुर्म को बार बार कर रहा है।

—#32—

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है ऐ सनम
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा तू न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।

—#33—

इश्क करने वालों का यही हश्र होता है,
दर्द-ए-दिल होता है, रह रह के सीने में,
बंद होंठ कुछ ना कुछ गुनगुनाते ही रहते हैं,
खामोश निगाहों का भी गहरा असर होता है।

—#34—

दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा,
न चुभेगा.. न दिखेगा.. बस महसूस होगा।

—#35—

हर ख़ुशी के पहलू हाथों से छूट गए,
अब तो खुद के साये भी हमसे रूठ गए,
हालात हैं अब ऐसे ज़िंदगी में हमारी,
प्यार की राहों में हम खुद ही टूट गए।

—#36—

दर्द बनकर समा गया कोई
दिल में काँटे चुभा गया कोई

—#37—

मेरे साथ चलना है तो दर्द सहने के आदि बन जाओ
मेरा मसला है काँटों से खेलना और तुम फूल जैसी हो

—#38—

पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,
फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह।

—#39—

हवा से लिपटी हुयी सिसकियों से लगता है,
मेरी कहानी फिर किसी आशिक ने दोहराई है।

—#40—

​फिर कहीं से दर्द के सिक्के मिलेंगे​,
ये हथेली आज फिर खुजला रही है​।

पेनफुल शायरी

—#41—

दिल मेरा जो अगर रोया न होता;
हमने भी आँखों को भिगोया न होता;
दो पल की हँसी में छुपा लेता ग़मों को;
ख़्वाब की हक़ीक़त को जो संजोया नहीं होता।

—#42—

लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तकाजा है;
मेरे दिल का दर्द अभी ताजा-ताजा है;
गिर पड़ते हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर;
लगता है कि कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है!

—#43—

वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं;
कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं;
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद;
वो ज़ख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं।

—#44—

उस के दिल पर भी, क्या खूब गुज़री होगी
जिसने इस दर्द का नाम, मोहब्बत रखा होगा।

—#45—

लबो पर जब किसी के दर्द का अफ़साना आता है,
हमें रह-रह कर अपना दिल-ए-दीवाना आता है।

—#46—

खो जाओ मुझ में तो मालूम हो कि दर्द क्या है?
ये वो किस्सा है जो जुबान से बयाँ नही होता।

—#47—

वक़्त हर ज़ख़्म का मरहम तो नहीं बन सकता,
दर्द कुछ ऐसे होते हैं, ता-उम्र रुलाने वाले।

—#48—

हर ज़ख़्म किसी ठोकर की मेहरबानी है,
मेरी ज़िंदगी की बस यही एक कहानी है,
मिटा देते तेरे दिए हर दर्द को सीने से,
पर ये दर्द ही तो उसकी आखिरी निशानी है।