Latest Collection of best Hindi Shayari, (हिंदी शायरी) shayari in hindi, hindi shayari for love. Read and share with friends, relative and social media also. Thanks
Hindi Shayari 2021
—#1—
बिछड़ने की इतनी जल्दी थी उसे
खुद को आधा छोड़ गया मुझमे

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—#2—
बैठे थे अपनी मौज में अचानक रो पड़े
यू आकर तेरे ख्याल ने अच्छा नहीं किया
—#3—
धुंध धुंध सा छाने लगा
जब वो मेरे पास से जाने लगा

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in Hindi Shayari
—#4—
जिन के आंगन में अमीरी का शजर लगता है,
उन का हर एब भी जमानें को हुनर लगता है।
—#5—
लोग दीवाने हैं बनावट के
हम सादगी लेकर कहाँ जाएँ

—#6—
वो हमसफ़र कि मेरे तंज़ पे हंसा था बहुत,
सितम ज़रीफ़ मुझे आइना दिखा के मिला।
—#7—
नज़र में ज़ख़्म-ए-तबस्सुम छुपा छुपा के मिला,
खफा तो था वो मगर मुझ से मुस्कुरा के मिला।
—#8—
तेरी बात को खामोशी से मान लेना
ये भी अंदाज़ है मेरी नाराज़गी का
—#9—
मुझ में बसी हुई थी किसी और की महक,
दिल बुझ गया कि रात वो बरहम नहीं मिला।
—#10—
मैं खिल नहीं सका कि मुझे नम नहीं मिला,
साक़ी मिरे मिज़ाज का मौसम नहीं मिला।
—#11—
एक चेहरा जो मेरे ख्वाब सजा देता है,
मुझ को मेरे ही ख्यालों में सदा देता है।
—#12—
वो मेरा कौन है मालूम नहीं है लेकिन,
जब भी मिलता है तो पहलू में जगा देता है।

—#13—
खामोशियाँ ही बेहतर हैं
लफ़्ज़ों से लोग रूठ जाते हैं
—#14—
हम समंदर है हमें खामोश रहने दो
जरा मचल गए तो शहर ले डूबेंगे

—#15—
शेरो शायरी कोई खेल नहीं जनाब
जल जाती है जवनियाँ लफ्जो की आग में
—#16—
कई साल से कुछ ख़बर ही नहीं,
कहाँ दिन गुज़ारा कहाँ रात की।
—#17—
न जी भर के देखा न कुछ बात की,
बड़ी आरज़ू थी मुलाक़ात की।
—#18—
उजालों की परियाँ नहाने लगीं,
नदी गुनगुनाई ख़यालात की।
—#19—
वक़्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर रहना,
पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है।
—#20—
हाँ अब ख़ामोशी हे ख़ामोशी होगी
हमेशा हमेशा के लिए
—#21—
जरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा हो,
जरुरी तो नहीं हम जिनके हैं वो हमारा हो,
कुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती हैं,
जरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो।
—#22—
खुद पुकारेगी मंज़िल तो ठहर जाऊँगा
वरना खुद्दार मुसाफिर हूँ गुजर जाऊँगा
—#23—
तुम्हारे लिए किताब का कोई हिस्सा है मोहब्बत
हमारे लिए ईमान का हिस्सा है मोहब्बत
—#24—
हमारा ज़िक्र भी अब जुर्म हो गया है वहाँ,
दिनों की बात है महफ़िल की आबरू हम थे,
ख़याल था कि ये पथराव रोक दें चल कर,
जो होश आया तो देखा लहू लहू हम थे।
—#25—
जिस्म छूने से मोहब्बत नहीं होती
इश्क़ वो जज़्बा है जिसे ईमान कहते हैं
हिंदी शायरी 2019
—#26—
मेरी खामोशी बहुत कुछ कहती हे
कान लगाकर नहीं दिल लगाकर सुनो
—#27—
माँ के नाम शायरी
वो अक्सर मेरे चेहरे को चूम लेती है
जिनके मैं पैर छूने के भी काबिल नहीं
—#28—
तेरे इश्क में दीवानी हूँ
तू है समां मैं तेरी परवानी हूँ
—#29—
कहीं बेहतर है तेरी अमीरी से मुफलिसी मेरी,
चंद सिक्कों की खातिर तूने क्या नहीं खोया है,
माना नहीं है मखमल का बिछौना मेरे पास,
पर तू ये बता कितनी रातें चैन से सोया है।
—#30—
सारी गलती हम अपनी किस्मत की कैसे निकल दें,
कुछ साथ हमारा तेरी अमीरी ने भी तोडा है।
—#31—
सब कुछ तुम्हारे लिए माँगा है
इक तुम्हे मांगने बाद जाना
—#32—
दिल की दहलीज पर यादों के दिए रखें हैं,
आज तक हम ने ये दरवाजे खुले रखे हैं।
—#33—
इस कहानी के वो किरदार कहाँ से लाऊं,
वो ही दरिया है वो ही कच्चे घड़े रखे हैं।
—#34—
समझने ही नहीं देती सियासत हम को सच्चाई,
कभी चेहरा नहीं मिलता कभी दर्पन नहीं मिलता।
—#35—
जो तीर भी आता वो खाली नहीं जाता,
मायूस मेरे दिल से सवाली नहीं जाता,
काँटे ही किया करते हैं फूलों की हिफाज़त,
फूलों को बचाने कोई माली नहीं जाता।
—#36—
अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे,
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे,
ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे,
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।
—#37—
मेरी गलतियों को इग्नोर कर दिया करें
उखाड़ तो वैसे आप मेरा कुछ नहीं सकते
—#38—
दिन की रोशनी ख्वाबों को सजाने में गुजर गई,
रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गई,
जिस घर मे मेरे नाम की तखती भी नहीं,
सारी उमर उस घर को बनाने में गुजर गई।
—#39—
दिल तुम पे फ़िदा हुआ
कम्बख्त शौक से तबाह हुआ
—#40—
फूल इसलिये अच्छे कि खुश्बू का पैगाम देते हैं,
कांटे इसलिये अच्छे कि दामन थाम लेते हैं,
दोस्त इसलिये अच्छे कि वो मुझ पर जान देते हैं,
और दुश्मनों को मैं कैसे खराब कह दूं…
वो ही तो हैं जो महफिल में मेरा नाम लेते हैं।
—#41—
सोया हुआ है मुझमें कोई शख्स आज रात
लगता है अपने जिस्म से बाहर खड़ा हूँ मैं.
—#42—
सरे बाज़ार निकलूं तो आवारगी की तोहमत,
तन्हाई में बैठूं तो इल्जाम-ए-मोहब्बत।
—#43—
ना शाखों ने पनाह दी,ना हवाओ ने बक्शा,
वो पत्ता आवारा ना बनता तो क्या करता।
—#44—
धागा ही समझ, तू अपनी “मन्नत” का मुझे
तेरी दुआओ के मुकम्मल होने का दस्तूर हूँ मैं
—#45—
इस शहर के अंदाज़ भी अजीब से हैं,
गूँगों से कहा जाता है बहरों को पुकारो.
—#46—
फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो,
जिन्दगी सिर्फ हकीक़त है हकीक़त समझो,
जाने किस दिन हो हवायें भी नीलाम यहाँ,
आज तो साँस भी लेते हो ग़नीमत समझो।
—#47—
हमें हिंदी शायरी का शौक कहाँ
हम तो लिखते हैं फकत अन्दाज तेरे
—#48—
सुला दिया माँ ने भूखे बच्चे को ये कहकर,
परियां आएंगी सपनों में रोटियां लेकर।
—#49—
अजीब मिठास है मुझ गरीब के खून में भी,
जिसे भी मौका मिलता है वो पीता जरुर है।
—#50—
एक तुम भी ना कितनी जल्दी सो जाते हो…
लगता है इश्क को तुम्हारा पता देना पड़ेगा.!!
Best shayari in hindi
—#51—
कोशिश कर रहा हुँ उसके बगैर जीने की
अगर जी गया तो इतिहास बन जाएगा और मर गया तो लाश

—#52—
कुछ दर्द कुछ नमी कुछ बातें जुदाई की,
गुजर गया ख्यालों से तेरी याद का मौसम।
—#53—
लगने दो महफिल आज हिंदी शायरी की जबान करते हैं
तुम गालिब की कीताब उठाओ हुम्हाल दिल बया करते हैं
—#54—
कभी टूटा नहीं दिल से तेरी याद का रिश्ता,
गुफ्तगू हो न हो ख्याल तेरा ही रहता है।
—#55—
तेरी चाहत में रुसवा यूँ सरे बाज़ार हो गये,
हमने ही दिल खोया और हम ही गुनहगार हो गये।
—#56—
जमाने भर की रुसवाईयाँ और बेचैन रातें,
ऐ दिल कुछ तो बता ये माजरा क्या है।
—#57—
वही रखेगा मेरे घर को बलाओं से महफूज,
जो शजर से घोसला गिरने नहीं देता।
—#58—
इश्क भी भला कोई करने की चीज है
हिम्मत कीजिये और हिंदी शायरी कीजिये
—#59—
हवा खिलाफ थी लेकिन चिराग भी खूब जला,
खुदा भी अपने होने का क्या क्या सबूत देता है।
—#60—
इन बारिशों से दोस्ती अच्छी नहीं फराज,
कच्चा तेरा मकाँ है कुछ तो ख्याल कर।
—#61—
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ऐ दिल
अभी तो पलके झुकाई है मुश्कुराना बाकि है
—#62—
क्या गिला करें तेरी मजबूरियों का हम,
तू भी इंसान है कोई खुदा तो नहीं,
मेरा वक़्त जो होता मेरे मुनासिब,
मजबूरिओं को बेच कर तेरा दिल खरीद लेता।
—#63—
कोई हार गया कोई जीत गया,
ये साल भी आखिर बीत गया
—#64—
क्या बयान करें तेरी मासूमियत को शायरी में हम,
तू लाख गुनाह कर ले सजा तुझको नहीं मिलनी।
—#65—
दम तोड़ जाती है हर शिकायत, लबों पे आकर,
जब मासूमियत से वो कहती है, मैंने क्या किया है?
—#66—
किसी ने आज ये कहके दिल तोड़ दिया
की लोग तेरे नहीं तेरे शायरी के दीवाने है
—#67—
वही मुझको अकेला कर गयी,
जो कभी दुआओ में मांगती थी
—#68—
मुझ में ख़ुशबू बसी उसी की है,
जैसे ये ज़िंदगी उसी की है।
—#69—
ये मत पूछ के एहसास की शिद्दत क्या थी,
धूप ऐसी थी के साए को भी जलते देखा।
—#70—
वो कहीं आस-पास है मौजूद,
हू-ब-हू ये हँसी उसी की है।
—#71—
इतनी चाहत के बाद भी तुझे एहसास ना हुआ,
जरा देख तो ले दिल की जगह पत्थर तो नहीं।
—#72—
अपने होंठों पर सजाना चाहता हूँ,
आ तुझे मैं गुन गुनाना चाहता हूँ।
—#73—
सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है,
उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है।
—#74—
बदल जाओ वक्त के साथ
या फिर वक्त बदलना सीखो
मजबूरियों को मत कोसो
हर हाल में चलना सीखो
—#75—
तुझसे रिश्ता मेरा , कुछ ज़िन्दगी में , ऐसा है ,
जैसे छू के हवा , साँसों को , बहक जाती है !
—#76—
वो शायर होते हैं जो शायरी लिखते हैं
हम तो बदनाम से लोग हैं सिर्फ दर्द लिखते हैं
—#77—
तुझसे रिश्ता मेरा , कुछ ज़िन्दगी में , ऐसा है ,
जैसे छू के हवा , साँसों को , बहक जाती है !
—#78—
वहम से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते
कसूर हर बार गल्तियों का नही होता
—#79—
ये कहना था उन से मोहब्बत है मुझको ,
ये कहने में मुझ को ज़माने लगे हैं …
—#80—
बहुत खूबसूरत वो रातें होती हैं,
जब तुमसे दिल की बातें होतीं हैं।
—#81—
तन्हाई में मुश्कुराना भी इश्क है,
और इस बात को छुपाना भी इश्क है।
—#82—
प्यार मैं तुझसे करती हूँ,
और अपनी जिंदगी से ज्यादा करती हूँ।
—#83—
सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा,
जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा।
—#84—
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है!
कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!
—#85—
खुदा करे वो मोहब्बत जो तेरे नाम से है,
हजार साल गुजरने पे भी जवान ही रहे।
Sad shayari
—#86—
Wo Aye The Meri Qabar Par Apne Humsafar Ke Saath
Koun Kehta Hai Ke Marne Ke Baad Koi Yaad Nahi Karta
वो आये थे मेरी कबर पर अपने हमसफर के साथ
कौन कहता है के मरने के बाद कोई याद नहीं करता

—#87—
परवाह करनेवाले अक्सर रुला जाते है !
अपना कहकर पराया कर जाते है !
वफ़ा जितनी भी करो कोई फर्क नहीं !
मुझे मत छोड़ना कहकर खुद छोड़ जाते है !!

—#88—
दिन हुआ है, तो रात भी होगी,
मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी।
वो प्यार है ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी।

—#89—
दिल मे आरज़ू के दिये जलते रहेगे।
आँखों से मोती निकलते रहेगे।
तुम शमा बन कर दिल में रोशनी करो।
हम मोम की तरह पिघलते रहेंगे।

—#90—
वो आज करते है नजर अंदाज तो बुरा क्या मानू, !
टूट कर पागलो की तरह मोहब्बत भी तो सिर्फ मैंने की थी !!
