Latest Collection of best Matlabi Shayari, Selfish Friend Shayari (मतलबी शायरी 2021). Read and share with friends, relative and social media also. Thanks
Matlabi Shayari
—#1—
मुझको छोड़ने की वज़ह तो बतादे
मुझसे नाराज़ थे या मुझ जैसे हजारो थे
—#2—
कोहनी पर टिके हुए लोग,
टुकङों पर बिके हुए लोग,
करते हैं बरगद की बातें
ये गमले में उगे हुए लोग
—#3—
मतलबी लडकी से अच्छी तो मेरी सिगरेट हे यारो……..
जो मेरे होठ से अपनी जिंदगी शुरू करती हे..
ओर मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड देती हे…!
—#4—
प्यासी ये निगाहें तरसती रहती है
तेरी याद मे अक़्सर बरसती रहती है
हम तेरे खयालों मे डूबे रहते है
और ये ज़ालिम दुनियां हम पर हंसती रहती है
—#5—
कोहनी पर टिके हुए लोग,
टुकङों पर बिके हुए लोग,
करते हैं बरगद की बातें
ये गमले में उगे हुए लोग
—#6—
उससे रिश्ता कुछ ऐसे बसर कर रक्खा है…
वो काफिर समझते हैं… मैंने रोज़ा
रख रक्खा है…
—#7—
कौन किसको दिल में जगह देता हैं,
सूखे पत्ते तो पेड़ भी गिरा देता हैं,
वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजो से,
मतलब निकल जाये तो हर कोई भुला देता हैं..
—#8—
मतलबी दुनिया में लोग अफसोस से कहते है की,
कोई किसी का नही…?
लेकीन कोई यह नहीं सोचता की हम किसके हुए
—#9—
हम मतलबी नहीं की चाहने वालो को धोखा दे ,
बस हमें समझना हर किसी की बसकी बात नही !!!
—#10—
कितनी ही शिद्दत
से निभा लो रिश्ता दिल का
बदलने वाले बदल ही जाते हैं
मतलबी शायरी 2019
—#11—
इस से तो ख़ामोशी बहेतर है के किसी को दिल की बात कह कर
फिर इस से कहा जाये के किसी से न कहना
—#12—
वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजो से,
मतलब निकल जाये तो हर कोई भुला देता हैं
—#13—
काटों में रह कर भी हम ज़िन्दगी जी लेते
है हर ज़क्म को अपने हाटों से सी लेते है
जिस दोस्त को केह दिया दोस्त का हाथ
हम ऊस हाथ से ज़हर भी पि लेते है
—#14—
ये दिन है के यारों का भी भरोसा नहीं वो
दिन थे के जब दुसमन से भी नफरत ना थी
—#15—
मगरूर हम भी है गजब के लेकिन
तेरे गुरुर का बस ज़रा सी अह्तेराम करते है
—#16—
भुला देंगे तुम्हे भी जरा सब्र तो कीजिए
आपकी तरह मतलबी होने में जरा वक्त लगेगा
—#17—
कोई कहता है कि दुनिया ‘प्यार’ से चलती है
कोई कहता है कि दुनिया ‘दोस्ती’ से चलती है
लेकिन जब आजमाया तो पाया कि
दुनिया तो बस ‘मतलब’ से चलती है…!!
—#18—
कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते…!
पर ज़िन्दगी जरूर अमीर बना देते हैं …!!
—#19—
रिश्ते कभी ज़िन्दगी के साथ नहीं चलते,
रिश्ते एक बार बनते हैं, फिर ज़िन्दगी
रिश्तों के साथ चलती है
—#20—
प्यासी ये निगाहें तरसती रहती है
तेरी याद मे अक़्सर बरसती रहती है
हम तेरे खयालों मे डूबे रहते है
और ये ज़ालिम दुनियां हम पर हंसती रहती है
Selfish Friend Shayari
—#21—
मुझ को ऊस शक्स के अफ्लास पे रहेम आता है
जिस को हर चीज़ मिली सिर्फ मोहब्बत ना मिली
—#22—
चिठ्ठी ना कोइ संदेस जाने वो कौन सा देस जहां तुम चले गए हो
इस दिल पे लगा के ठेंस जाने वो कौन सा देस जहां तुम चले गए होखुदगर्ज शायरी
—#23—
ज़िन्दगी में खुद को कभी किसी
इंसान का आदी मत बनाना,
क्यूंकि इंसान केवल अपने मतलब से
ही प्यार करता है..!
—#24—
अपने मतलब के लिये लोग, कितना बदल जाते हैं
वे अपनों को पीछे धकेल कर, आगे निकल जाते हैं
कोई मरता भी हो तो उनकी बला से,
वो तो लाशों पर पाँव रखकर, आगे निकल जाते हैं
—#25—
बातें विश्वास और भरोसे की बेमानी सी लगती हैं,
झूठी दुनिया में वफादारी अनजानी सी लगती है
झूठे लोगों से भरी पड़ी हैं कहानियां यहाँ किताबों में
प्यार से बोल दे कोई तो मेहरबानी सी लगती है।
—#26—
जरूर एक दिन वो शख्स तड़पेगा हमारे लिए…
अभी तो खुशियाँ बहोत मिल रही है उसे मतलबी लोगो से.
—#27—
ये मत समझ कि तेरे काबिल नहीं हैं हम,
तड़प रहे हैं वो अब भी जिसे हासिल नहीं हैं हम.
—#28—
कुछ यूँ हुआ कि.जब भी जरुरत पड़ी मुझे
हर शख्स इतेफाक से.मजबूर हो गया !!
—#29—
आज गुमनाम हूँ तो ज़रा फासला रख मुझसे..
कल फिर मशहूर हो जाऊँ तो कोई रिश्ता निकाल लेना..
—#30—
मज़बूत होने में मज़ा ही तब है,
जब सारी दुनिया कमज़ोर कर देने पर तुली हो..