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चमकी बुखार क्या हैं इसके लक्षण और बचने के उपाय Chamki Fever Ke Lakshan aur Bachav Ke Upay

Chamki Fever

चमकी बुखार क्या हैं? Chamki Fever hindi

हम सुनते रहते हैं कि आज इस बीमारी की चपेट में लोग आ गए या फिर किसी बीमारी ने किसी शहर या प्रदेश को घेर कर रखा हुआ है. एक ऐसी ही बीमारी का प्रचलन चल रहा है जिसे चमकी बुखार के नाम से जाना जा रहा है. आखिर क्या है यह चमकी बुखार?

Chamki Fever

चमकी बुखार को एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है. जयपुर का दादर बच्चों को अपनी चपेट में लेता है. यह चमकी बुखार दिमाग से जुड़ी एक बहुत गंभीर समस्या है. दरअसल मनुष्य के दिमाग में लाखो हजारों कोशिकाएं और तंत्रिका होती हैं जो कि शरीर के सारे अंगों को सुचारू रूप से काम करने में मदद करती हैं. इस बीमारी की वजह से शरीर की इन सब कोशिकाओं और तंत्रिका में सूजन आ जाती है.

आखिर है क्या यह चमकी बुखार?

चमकी बुखार 1 संक्रामक बीमारी है जिसका वायरस शरीर में पहुंचते ही अपना प्रजनन शुरू कर देता है और अपनी संख्या बढ़ाकर मनुष्य के दिमाग तक पहुंच जाता है. दिमाग तक पहुंचने के बाद यह शरीर की कोशिकाओं और तंत्रिका में सूजन पैदा करना शुरू कर देता है जिसकी वजह से मनुष्य का ‘सेंट्रल नर्वस सिस्टम’ भी खराब हो जाता है.

चमकी बुखार के लक्षण: Chamki Fever symptoms

  1. किसी बच्चे को चमकी बुखार हो जाता है तो निम्न लक्षण दिखाई देते हैं:
  2. बच्चे के शरीर में ऐंठन होती रहती है
  3. लगातार तेज बुखार रहता है
  4. बच्चे दांत पर दांत चढ़ाए रहते हैं
  5. शरीर में बहुत ज्यादा कमजोरी आ जाती है
  6. बच्चा बार बार बेहोश होता रहता है
  7. शरीर सुन्न पड़ जाता है
  8. शरीर में जोर से झटके लगते रहते हैं
  9. तंत्रिका संबंधित कार्यों में रुकावट आती रहती हैं
  10. मानसिक भटकाव होता रहता है
  11. बच्चे को दौरे पड़ने लगते हैं
  12. समय-समय पर घबराहट होती रहती है
  13. कुछ केसों में व्यक्ति कोमा में चला जाता है

चमकी बुखार आने के कारण:

वैसे तो अभी तक डॉक्टर चमकी बुखार आने का कारण पता नहीं कर पाए हैं लेकिन फिर भी कुछ कारण है जिन्हें चमकी बुखार होने की वजह माना जा रहा है. यह सब कुछ इस प्रकार है:

गर्मी:

ऐसा माना जा रहा है कि ज्यादा गर्मी बढ़ने की वजह से बच्चे चमकी बुखार की चपेट में आ रहे हैं. मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन एसपी सिंह सर्जन ने अपनी बात रखते हुए कहा कि चमकी बुखार बढ़ने का एक मुख्य कारण गर्मी के मौसम का बढ़ना भी है. गर्मी का लगातार बढ़ता तापमान चमकी बुखार को न्योता दे रहा है इतना ही नहीं गर्मी के साथ साथ उमस, गंदगी और कुपोषण भी इस बीमारी में एक अहम भूमिका निभा रहे हैं.

लीची

कई डॉक्टरों का यह भी कहना है कि बच्चों की मौत लिखी खाने की वजह से भी हो रही है. लीची में hypoglycin A और methylenecyclopropylglycine (MPCG) नाम का पदार्थ पाया जा रहा है जिसकी वजह से शरीर के फैटी ऐसिड मेटाबॉलिज़म बनने में रुकावट पैदा हो रही है. एक पदार्थ के कारण शरीर में ब्लड शुगर का लेवल लो चला जा रहा है और दिमाग से जुड़ी दिक्कतें पैदा हो रही हैं.

कैसे बचाव करें चमकी बुखार से?

यह तो हम आपको बताते हैं कि चमकी बुखार क्या है इसके लक्षण क्या है और यह किन वजह से हो रहा है. अब तो आप यह भी जान गए होंगे कि यह आपके लिए और आपके बच्चों के लिए कितनी खतरनाक बीमारी है. जरूरी है कि हम चमकी बुखार के विषय को गंभीरता से लें और इसके लिए जितने ज्यादा हो सके बचाव के रास्ते अपनाए. इसीलिए आपकी मदद करने के लिए हमने यहां कुछ तरीके बताए हैं जिनसे आप चमकी बुखार से बचाव कर सकते हैं. तो चलिए शुरू करते हैं चमकी बुखार से बचाव करने के कुछ तरीके:

  1. बच्चों को धूप और गर्मी से बचा कर रखें
  2. ज्यादा देर का रखा हुआ खाना ना खाएं
  3. साफ सफाई का बहुत खास ध्यान रखें
  4. कोई भी सड़ा हुआ फल ना खाएं
  5. खाली पेट लीची बिल्कुल भी नहीं
  6. समय-समय पर ग्लूकोस पीते रहे
  7. रात में सोने से पहले कुछ न कुछ अवश्य खिलाएं
  8. बच्चों के नाखूनों को न बढ़ने दें
  9. बच्चों को धूप में खेलने से बचाएं

चमकी बुखार आने पर क्या करें?

अगर आपके घर में कोई भी चमकी बुखार से ग्रसित है तो आपको यह कुछ तरीके अपनाने चाहिए जिनसे सावधानी और बचाव हो सके:

  1. सबसे पहले बच्चे को बुखार आने के बाद उसके शरीर को गीले कपड़े से पूछते रहे जिससे वह बुखार बच्चे के सिर पर चढ़े.
  2. डॉक्टर की सलाह के बाद ही किसी भी प्रकार की गोली या सिरप ले
  3. बच्चों को ORS का घोल बनाकर पिलाते रहें
  4. 24 घंटे के बाद बने हुए गोल का इस्तेमाल ना करें
  5. बच्चों को साफ बर्तन में ही खाना खिलाए
  6. अगर बुखार आ गया है तो बच्चे को अपनी दाई या फिर बाईं तरफ लेटा कर अस्पताल ले जाए
  7. अगर बच्चा बेहोश है तो कोशिश करें कि वह धूप की तरफ से लेता हूं उसे वाले स्थान पर ही लिटाकर रखें.
  8. बच्चे की गर्दन सीधी रखें
  9. बुखार आने पर बच्चे को भारी कपड़े पहनाकर उसे हल्के कपड़े पहनाए

बुखार आने पर क्या न करें-

दोस्तों जितना जरूरी यह जानना है कि बुखार आने पर क्या करें उतना ही जरूरी यह जानना भी है कि बुखार आने पर कौन कौन सी बातों का ख्याल रखें या फिर कौन कौन सा काम ना कर आ जाए. इसीलिए हम आपको यहां बताने जा रहे हैं कि चमकी बुखार आने पर आप क्या क्या काम ना करें:

  1. सबसे पहले रोगी बच्चे को लीची बिल्कुल भी नहीं खिलाए. खाली पेट लीची खाने का खास ख्याल रखें कि बच्चा खाली पेट पीना खाए.अधपकी अधपकी या कच्ची लीची का सेवन बच्चे को न करने दें
  2. बच्चे को गर्म कपड़े ने पहनाई और ना ही उसे कंबल और हैं
  3. अगर बच्चा बेहोश है तो उसके मुंह में पानी या कोई और पदार्थ न डालें और ना ही उसे कुछ खिलाने की कोशिश करें
  4. बच्चे के बिस्तर पर बिल्कुल ने बैठे और ना ही उसे परेशान करें
  5. बच्चे के पास बैठकर शोर बिल्कुल भी ना मचाए

तो दोस्तो यह थी जानकारी चमकी बुखार के बारे में. अब तो आप समझ गए होंगे कि आपको चमके बुखार आने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए. इसके साथ-साथ हमने यहां कुछ लक्षणों के बारे में भी बता दिया है जिनसे आप ही आसानी से पता कर सकते हैं कि आपके बच्चे को चमकी बुखार तो नहीं हुआ. अगर आपके घर में सब लोग सुरक्षित हैं तो फिर आप हमारी दी गई बचाव की जानकारी का इस्तेमाल करें और अपने घर के बच्चों को चमकी बुखार से बचा कर रखें.

हम आशा करते हैं कि आपको हमारी दी गई जानकारी महत्वपूर्ण लगी होगी. अगर आपको हमारी दी गई जानकारी फायदेमंद लगी है और आप हमसे किसी भी प्रकार की कोई बात शेयर करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी बात जरूर लिखें. इस प्रकार के और आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारे वेब पोर्टल को विजिट करते रहे. धन्यवाद.