health tips

एलोवेरा के फायदे और नुकसान – Aloe vera benefits in hindi

aloe vera benefits in hindi

Aloe vera benefits in hindi: आज हम एक ऐसे पौधे के बारे में जानेंगे,जो न केवल सौंदर्य प्रसाधन के रूप में काम आता है बल्कि दवाई के रूप में भी काम आता है ।इसका नाम है एलोवेरा ।इसका दूसरा नाम घृत कुमारी,गवारपठा और क्वारगंदल भी है।यह उत्तरी अफ्रीका में पाया जाने वाला पेड़ है।इस पौधे का प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता है।औषधि के रूप में इस पौधे का प्रयोग चिरयोवनकारी, अरोग्यी के रूप में किया जाता है ।इसका प्रयोग मधुमेह के इलाज में बहुत लाभकारी सिद्ध हुआ है।यह खून में लिपिड कि मात्रा को घटाता है।इसके अलावा इस H I V की बिमारी मे बहुत लाभ दायक माना गया है।

aloe vera benefits in hindi

एलोवेरा का प्रयोग हम कई प्रकार से कर सकते है।जैसे त्वचा के लिए बालों के लिए और एलोवेरा के खाने से भी कई प्रकार के फायदे हुए हैं।

आइए जाने एलोवेरा के फायदे Aloe vera benefits

वैसे तो एलोवेरा के इतने फायदे हैं कि हम उन्हें गिना नहीं सकते, लेकिन फिर भी एलोवेरा से होने वाले कुछ महत्वपूर्ण और लाभदायक फायदे हम आपको बता रहे हैं जिनके प्रयोग से आप अपनी त्वचा को और अपने बालों को झुलसती धूप से और कई प्रकार के अन्य नुकसान से बचा सकते हैं।

एलोवेरा के पेड़ में विटामिन फॉलिक एसिड आयरन कैल्शियम, मैग्नीशियम मौजूद है जो हमारी त्वचा के लिए बहुत ही लाभदायक है।एलोवेरा का प्रयोग सूखी त्वचा में रूखे बालों में और सनबर्न के लिए प्रयोग किया जाता है।एलोवेरा का कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारियों में औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। एलोवेरा का प्रयोग रोजमर्रा की जिंदगी में बढ़ते मोटापे को घटाने के लिए भी किया जाता है बशर्ते हमें एलोवेरा को प्रयोग करने की सही विधि का पता हो।एलोवेरा के जूस को सुबह के समय खाली पेट पीने से मोटापे की समस्या से कुछ हद तक छुटकारा पाया जा सकता हैं।यह शरीर में ऊर्जा की खपत को बढ़ाता है तथा मोटापे को बढ़ने से रोकता है।

इस बदलते हुए मौसम में अक्सर लोग बीमार पडते रहते हैं और इन्हीं बीमारियों के चलते कमजोरी सी महसूस होने लगती है इस प्रकार बदलते हुए मौसम में रोज एलोवेरा के जूस का सेवन मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।एलोवेरा के जूस का रोज सेवन करने से शरीर में नाईटिक आक्साईड और साइटोकिन्स की मात्रा बढ़ती है। जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करती है। आप सोने से पहले भी एलोवेरा के जूस का सेवन कर सकते हैं। जब आप रोज एलोवेरा के जूस का सेवन करने लगते हैं तो आप खुद में फर्क महसूस करेंगे। एलोवेरा का सेवन शरीर में सेलुलर और ह्यूमोरल को उत्तेजित करने का कार्य करता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बहुत मददगार साबित होती है।

आजकल हम अपनी व्यस्तता भरी जिंदगी में घर का खाना कम खा कर बाहर का खाना खाते हैं जो बहुत ज्यादा मिर्च मसालों से बना हुआ होता है और तेलीय होता है इस प्रकार के खाने से अक्सर हमारे पेट में किसी ने किसी प्रकार की समस्या बनी रहती है इन समस्याओं से बचाव के लिए रोजाना एलोवेरा के जूस का सेवन किया जा सकता है। एलोवेरा का सेवन पेट की कई प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में बहुत मददगार है।यह पाचन तंत्र को साफ़ करता है और कब्ज़ व आईबीएस (आंत संबंधी बीमारी) को ठीक करता है।एलोवेरा लैटेक्स भी कब्ज़ को दूर करने में बहुत मददगार साबित हुआ है। इसका प्रयोग पेप्टिक अल्सर के इलाज में भी किया जाता है।

एलोवेरा के जूस के रोजाना सेवन से मनुष्य की स्मरण शक्ति तेज हुई है तथा उन्हें तनाव मुक्त रहने में काफी सहायता मिली है।ऑक्सीडेटिव क्षति शरीर में कोशिकाओं में जलन का एक मुख्य कारण है। एलोवेरा में एंटी ऑक्सीडेंट होता है जो इस प्रकार की जलन और शरीर में आने वाली सूजन को दूर करने में बहुत लाभदायक है इस प्रकार देखा जाए तो एलोवेरा का प्रयोग हम शरीर में आने वाली सूजन को दूर करने के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं।

बढ़ती उम्र के साथ अक्सर हड्डियां कमजोर हो जाती है और गठिया नाम की एक बीमारी हड्डियों में लग जाती है इस गठिया बीमारी को दूर करने में एलोवेरा की महत्वपूर्ण भूमिका है एलोवेरा के जूस का नित्य प्रयोग गठिया बीमारी को दूर करने में बहुत सहायक है। एलोवेरा में पाया जाने वाला एंटी-इंफ्लेमेटरी हड्डियों के दर्द के निवारक के रूप में कार्य करता है।

आज के समय में हर दूसरा व्यक्ति मोटापे से परेशान है और मोटापे की वजह से हर व्यक्ति को कोलेस्ट्रोल की समस्या से जूझना पड़ता है। एलोवेरा के जूस का सेवन कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में बहुत सहायक सिद्ध हुआ है। उच्च रक्तचाप वाले मनुष्य को यदि लगातार 12सप्ताह तक एलोवेरा का जूस दिया जाए तो उसकी उच्च रक्तचाप की बीमारी को 15% तक कम किया जा सकता है।एलोवेरा डायबिटीज की बीमारी में यदि एक सप्लीमेंट के रूप में प्रयोग किया जाए तो ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायता करता है।

कामकाजी महिलाओं को रोज जाने कितनी धूल मिट्टी और सूरज की किरणों का सामना करना पड़ता है इस प्रकार लगातार कई घंटों तक धूल मिट्टी और सूरज की किरणों में रहने से त्वचा पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है एलोवेरा के जेल का प्रयोग इस प्रकार सूरज की किरणों से होने वाली हानि को दूर करता है और धूल मिट्टी को साफ करने में मदद करता है एलोवेरा के जल के प्रयोग से शरीर पर होने वाले फंगस इंफेक्शन को भी रोका जा सकता है।

एलोवेरा से होने वाले नुकसान: Aloe Vera Side Effects

वैसे तो हमने एलोवेरा के बहुत सारे फायदे देखे हैं,लेकिन एलोवेरा के फायदे के साथ साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। कहा जाता है कि जिस चीज के जितने ज्यादा फायदे होते हैं उसके साथ साथ कुछ नुकसान भी होते है,ठीक इसी प्रकार एलोवेरा से फायदे होने के साथ-साथ कुछ नुकसान भी है जिन को ध्यान में रखकर ही हमें एलोवेरा का प्रयोग अपनी त्वचा पर और सेवन के लिए करना चाहिए। एलोवेरा के नुकसान ….

एलोवेरा के जूस के अधिक प्रयोग से शरीर में पोटेशियम की मात्रा का स्तर घट सकता है जिसके कारण दिल की धड़कन अनियमित हो सकती हैं। कमजोरी और चक्कर आने जैसी शिकायतें पैदा हो सकती हैं।एलोवेरा में लैक्सेटिव एंथ्राक्विनोन नामक तत्व पाया जाता है जो दस्त जैसी समस्या का कारण बन सकता है। यदि किसी इंसान को इरेटेबल बोवेल सिंड्रोम या गैस की समस्या है तो उसे एलोवेरा के अधिक सेवन से बचना चाहिए।यदि कोई महिला अपने बच्चे को स्तनपान करा रही है तो उसे एलोवेरा का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए। 12 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए भी एलोवेरा का सेवन ठीक नहीं है। यदि आप किसी प्रकार की दवाई का सेवन कर रहे हैं,तब एलोवेरा में मौजूद लैक्सेटिव दवाई को अवशोषित होने से रोक सकता है।

इस प्रकार दोस्तों, हमने एलोवेरा के फायदे के साथ साथ कुछ नुकसान भी देखे हुआ।यदि हम पूरी सावधानी और नियमितता के साथ एलोवेरा का प्रयोग करते हैं तो हम कई प्रकार की बीमारियों से और कई प्रकार की त्वचा संबंधी समस्याओं से बच सकते हैं।

दोस्तों यदि आपको हमारे द्वारा दी गई सूचना महत्वपूर्ण लगी हो तथा आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो तो कमेंट बाक्स में हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
धन्यवाद।

Aloe Vera Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi