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गौ माता या गाय पर निबंध – Essay on Cow in Hindi

Essay on Cow in Hindi

गौ माता या गाय पर निबंध – Essay on Cow in Hindi
मानव जीवन में गाय का धार्मिक, आर्थिक व वैज्ञानिक महत्व : गाय का मानव के जीवन में अत्यंत महत्व है। हमारे भारत देश में गाय को देवी माता का स्थान दिया जाता है। भारत देश में ऐसी मान्यता है कि गाय में 56 करोड़ देवी देवताओं का निवास है, इसलिए भारतवासी गाय को देवी माता मानते हैं, उसकी पूजा करते हैं और यही कारण है कि भारत देश में गौ मूत्र और गाय के गोबर को बहुत पवित्र और शुभ माना जाता है।

Essay on Cow in Hindi

गाय को लेकर आज के समय में एक बड़ा राष्ट्रीय मुद्दा भी बन चुका है। क्योंकि गाय गंगा, गीता और गायत्री आदि देवियों की तरह ही बरसों से हिन्दुओं की आस्था का केन्द्र बनी हुई है। ऐसे में सरेआम गाय की बलि देने से हिन्दुओं को ऐतराज है, और हो भी क्यों न हमारे इंसानियत यही कहती है कि किसी भी जानवर की बलि देना वर्जित है। गोवंश तो हमेशा से ही भारतीय हिन्दू धर्म, कर्म एवं संस्कृति का मूल आधार रहा है। वैज्ञानिकों द्वारा किए गये कुछ शोधों से यह भी पता चला है कि गाय में इतनी सकारात्मक ऊर्जा होती है, जितनी इस पृथ्वी पर अन्य किसी प्राणी में नहीं है।

इसके अतिरिक्त गाय की पीठ पर रीढ़ की हड्डी में मौजूद सूर्य केतु स्नायु हानिकारक किरणों को रोक कर हमारे वातावरण को स्वच्छ बनाए रखता है। जो कि पर्यावरण के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध हुआ है।

गाय एक ऐसा पशु है, जो कि वैज्ञानिक व आध्यात्मिक दोनों ही दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमारे भारत देश में गाय के दूध को अमृत के समान माना गया है। भारत देश के कई परिवारों का जीवन यापन गाय के दूध व घी को बेचकर होता है। इतना ही नहीं बल्कि हिन्दुओं के तीज त्योहारों में भी गाय का पवित्र घी ही उपयोग में लाया जाता है। लगभग हर तीज त्योहार पर लोग अपने घर को गाय के पवित्र गोबर से लीपते हैं। इसके अतिरिक्त गांव में गाय के गोबर के उपले बनाकर ईंधन के रूप में उपयोग में लाए जाते हैं। यह हमारे लिए बहुत दुःख व खेद की बात है कि प्रौद्योगिक संसाधनों के विकसित होने के साथ ही हम गाय के महत्व को भूलते जा रहे हैं।

गाय का दूध बच्चों व रोगियों के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है। गाय के दूध से दही, पनीर, मक्खन और अन्य कई प्रकार के मिष्ठान भी तैयार किए जाते हैं। गाय के घी व गौ मूत्र से अनेक प्रकार की औषधियां भी बनाई जाती हैं, जो बहुत ही लाभकारी व गुणकारी सिद्ध होती है। गाय का गोबर खेतों में फसलों के लिए उत्तम खाद्य के रूप में भी उपयोग में लाया जाता है। इतना ही नहीं बल्कि गाय के चमड़े, सींग व खुर आदि से दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाली वस्तुएं भी तैयार की जाती है।

गाय की शारीरिक संरचना व प्रमुख नस्लें :

जैसा कि हम सभी बचपन से देखते और पढ़ते आ रहे हैं कि गाय का एक मुंह, दो कान, दो आंखें, दो नथुने, दो सींग, चार थन व चार पांव होते हैं। गाय की एक लंबी पूंछ होती है। गायों की वैसे तो कई नस्लें हैं परन्तु भारत देश के मुख्यतः पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि में है। विदेशी नस्ल की गाय में सबसे ज्यादा लोकप्रिय जर्सी गाय है, यह सबसे अधिक दूध देती है। विदेशी गाय का शरीर भारतीय गाय की अपेक्षा थोड़ा बड़ा व भारी होता है।

निष्कर्ष :

जहां प्राचीन काल के भारत में लोग गाय को समृद्धि का प्रतीक मानते थे। युद्ध के दौरान लोग राज्य, किले, खजाने के साथ – साथ गायों को भी ले लेते थे, क्योंकि प्राचीन काल में लोगों का ऐसा मानना था कि जिस राज्य में जितनी ज्यादा गाय होती हैं, वह राज्य उतना ज्यादा सम्पन्न होता है। वहीं आज वर्तमान समय में दुर्भाग्यवश गायों की बलि दी जा रही है। आज के समय में गाय एक आवारा घूमने वाली जानवर बनकर रह गई है। लोगों द्वारा फेंका गया कूड़ा कचरा व पॉलीथीन को खाकर भारी मात्रा में गायों की मृत्यु हो रही है। हमें इस दिशा में गम्भीरता से सोचने की जरूरत है, जिससे हमारी आस्था व अर्थव्यवस्था के लिए हम गोवंश को बचा सकें क्योंकि आज भी देश के कई गांवों में गाय ही अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी बनी हुई है।

10 line Essay on Cow in Hindi

1. गाय भारत में एक प्रमुख पालतू जानवर है।

2. गाय के एक मुहं और दो कान होते है.

3. गाय के दो बड़ी आंखें होती है.

4. गाय का नाक बड़ा होता है.

5. गाय के एक लंबी पूछ होती है.

6. गाय के चार पैर होते है.

7. गाय के चार थन होते है.

8. गाय घास और भूसा और खली खाती है।

9. भारत देश मेँ गाय की लगभग 30 परजातियाँ पायी जाती हैँ|

10. यह सफ़ेद, काले या भूरे आदि रंगो में पायी जाती हैं।