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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – Essay on Independence Day in hindi

Essay on Independence Day hindi

Essay on Independence Day hindi : स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त हम सभी भारतवासियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण व गर्व का दिन है। इस दिन हमारे भारत देश को अंग्रेजों की ब्रिटिश हुकूमत से आजादी मिली थी। 15 अगस्त सन् 1947, भारत के इतिहास का अत्यंत भाग्यशाली दिन है, जो भारत के इतिहास में अमर हो गया है। 15 अगस्त 2019 भारत का 73वां स्वतंत्रता दिवस है।

Essay on Independence Day hindi

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास :

अंग्रेजों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों और अमानवीय व्यवहारों से परेशान होकर जब भारत की जनता ने एकसाथ होकर आजादी का संकल्प लिया और भारतवर्ष में आजादी का संघर्ष 19वीं शताब्दी से प्रारम्भ हो सन् 1947 तक चला तब अंग्रेजों को यह विश्वास हो गया कि अब भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के आत्मबल व दृढ़ निश्चय के आगे उनकी हुकूमत ज्यादा दिनों तक और नहीं चल पाएगी तब उन्होंने भारत वर्ष को छोड़कर जाने व यहां से अपनी हुकूमत हटाने का फैसला लिया और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सन् 1947 में हमारे देश को अंग्रेजों की हुकूमत से आजादी मिली। परन्तु हमारे भारत देश को आजादी मिलना इतना आसान नहीं था, भारत की आजादी के लिए हमारे भारतवर्ष के कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना सब कुछ हमारे देश पर न्यौछावर कर दिया। बहुत सारे लोगों के योगदान से हमारे देश के लोगों में क्रान्ति की लौ प्रज्वलित हुई, कई स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी के लिए अपनी जान की बाजी तक लगा दी, इनमें से कुछ हैं,

सुभाष चंद्र बोस, चंद्र शेखर आजाद, भगत सिंह, महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल इत्यादि, जिन्होंने न सिर्फ देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर किया बल्कि बिना हथियारों व अहिंसा के लड़ाई भी लड़ी, सत्याग्रह आन्दोलन किए, अंग्रेजों की लाठियां खाईं और कई बार उन्हें अंग्रेजों की जेल में दुर्लभ यातनाएं भी सहनी पड़ी इतना ही नहीं बल्कि इन सभी स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश हुकूमत को अपने देश से हटाने के लिए अपने प्राणों की बाजी तक लगा दी और अन्ततः इनके इस क्रान्तिकारी आन्दोलन व दृढ़ निश्चय और बलिदान से हमारा देश ब्रिटिश हुकूमत से आजाद हो गया। स्वतंत्रता दिवस का नाम सुनते ही हमारे मन में देशभक्ति की लहरें उठने लगती हैं और हमारे देश के शहीद जवानों के प्रति हमारे मन में श्रद्धा भाव जागृत हो जाता है और मस्तक इनके त्याग के लिए इनके सम्मान में झुक जाता है।

कैसे मनाते हैं स्वतंत्रता दिवस :

15 अगस्त सन् 1947 को हमारे भारत देश को अंग्रेजों से आजादी मिली और तब से आज तक सम्पूर्ण भारत वर्ष में यह दिन बहुत ही आनन्द व धूम धाम से मनाया जाता है। 15 अगस्त के दिन देशभर में सभी कार्यालय, स्कूल व दफ्तर की साफ सफाई की जाती है और देश भर में हमारा राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ फहराया जाता है व हमारा राष्ट्र गान ‘ जन गण मन’ गाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस का आयोजन भारत की राजधानी नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है। जिसमें कि भारत देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर हमारे राष्ट्रध्वज ‘तिरंगे’ को फहराते हैं। लाल किले पर होने वाले इस कार्यक्रम को देखने के लिए लाखों की तादाद में लोग उपस्थित होते हैं। इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रध्वज फहराने व राष्ट्रगान गाने के बाद प्रधानमंत्री द्वारा भाषण दिया जाता है। जिसके उपरांत हमारे देश की तीनों सेनाओं थल सेना, जल सेना व वायु सेना द्वारा अपने करतब व ताकत का अद्भुत प्रदर्शन किया जाता है। इसके बाद हमारे देश के विभिन्न राज्यों की झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं जो कि अपने अपने राज्य की कला और संस्कृति को दर्शाती हैं।

इस दिन को सम्पूर्ण भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित किया गया है। इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज आदि में ध्वजारोहण होता है। बच्चों के द्वारा विभिन्न प्रकार के कला , संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है। स्कूलों में अध्यापक बच्चों को मिष्ठान वितरित करते हैं। देश पर शहीद हुए वीर जवानों की याद में देश भर में देशभक्ति के गीत गाए जाते हैं व देशभक्ति के नारे लगाए जाते हैं।

देश में कई स्थानों पर लोग कबूतरों को आजाद करके व कुछ लोग पतंग उडा़ कर और कुछ लोग वीरों को याद करते हुए अपने घरों व वाहनों पर तिरंगा लगाकर इस दिन को बहुत ही हर्ष व उल्लास के साथ मनाते हैं।

निष्कर्ष :

15 अगस्त का अपना एक अलग ही ऐतिहासिक महत्व है। जहां 15 अगस्त का नाम सुनते ही हमारे देश के शहीद जवानों व महापुरुषों के प्रति हमारा मस्तक श्रद्धा और सम्मान से झुक जाता है, वहीं दूसरी ओर वर्तमान समय में देश में घूस, जमाखोरी, कालाबाजारी, भ्रष्टाचार और न जाने कितने अन्य अलग – अलग प्रकार के जुर्म अपने पैर पसारते जा रहे हैं। इसलिए यह अत्यंत जरूरी हो गया है कि आज पूरे देश को एकजुट होकर स्वयं ही अपने देश से इन अपराधों का सफाया करना होगा। भारतीय नागरिक होने के नाते हम सभी का यह फर्ज बनता है कि हम ऐसे कार्य करें जिससे हमारे देश का नाम सम्पूर्ण विश्व में रोशन हो और हमारा देश प्रगति के मार्ग पर अग्रसर हो। इतना ही नहीं बल्कि हमें हमेशा अपने देश की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए तत्पर रहना चाहिए। जय हिन्द जय भारत ।

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