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26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर भाषण – Republic Day Speech 2020

गणतंत्र दिवस पर भाषण Republic Day Speech hindi

Republic Day Speech : 26 जनवरी यानि की गणतंत्र दिवस Republic Day हमारे देश का तीसरा राष्ट्रिय पर्व है। इस पर्व को हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। 26 जनवरी 1950 के दिन हमारे देश का संविधान लागू किया गया था। इसलिए इस दिवस को गणतंत्र दिवस यानि Republic Day कहा गया। आज हर एक विद्यार्थी को गणतंत्र दिवस के बारें में पता होना चाहिए, क्योंकि अक्सर गणतंत्र दिवस पर स्कूल इत्यादि में Republic Day पर भाषण लिखना होता है। ऐसे में आज हमारा यह आर्टिकल आपको बहुत काम आने वाला है।

गणतंत्र दिवस पर भाषण Republic Day Speech hindi
Republic Day Speech hindi

Republic Day पर Student के लिए भाषण – Republic Day Student Speech in Hindi 2020

स्टूडेंट के लिए किसी भी राष्ट्रीय पर्व पर भाषण देना या लिखना बहुत अच्छा कार्य होता है। उसके दिमाग एंव उसके ज्ञान को भाषण की मदद से लोगों के सामने पेश करने के तरीके को लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। यहाँ हम छात्रों के लिए Republic Day 2020 Speech In Hindi यहाँ लिख रहे है –

सबसे पहले पहले यहाँ मौजूद गुरुजन, प्रधानाध्यापक एंव मित्रगण को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामना देता हूँ। मैं धन्यवाद करता हूँ आपका की मुझे यहाँ स्पीच देने का अवसर प्रदान किया है। समय की अहमियत को समझते हुए मैं अपने भाषण को शुरू करता हूँ।

जैसा की आप सभी को ज्ञात होगा, हम इस वर्ष 71वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। और आपको ज्ञात होगा की हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था। आजादी के बाद पहली बार 26 जनवरी को ही ऐसा हुआ की देश ने एक नया संविधान लागू किया और इस देश के वासियों को सही मायनों में आजादी दी या फिर आजादी का अनुभव करवाया।

इस आजादी के लिए हमारे देश के लाखों जवानो ने अपने खून की आहुति दी है, वो कहते है ना की किसी के भाषणों से आजादी नहीं मिला करती, आजादी के लिए खून देना पड़ता है। और इसीलिए सुभाषचन्द्र बॉस ने एक नारा भी दिया था ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा’। इस नारे के बाद देश के अनेक युवाओं ने उस वक्त नेताजी का साथ दिया था।

इसलिए मैं यही कहना चाहता हूँ की आज जो देश का माहौल चल रहा है, यहाँ धर्म के नाम पर राजनीति चल रही है तो कहीं दंगे हो रहे है। यहाँ तक की अब तो देश में लगता है बंटवारे की नौबत आ गई है। ऐसी स्थिति में हम और आपको मिलकर रहना है। और देश के उन गद्दारों को दिखाना है की हम धर्म और जाती के नाम पर फिर से नहीं बंटेंगे क्योंकि एक बार हम बंट चुके है अब वह गलती दुबारा नहीं करेंगे। हम नहीं बना सकते अब पाकिस्तान और बंगलादेश जैसे और नए देश।

इसलिए हमें अपनी एकता के साथ रहना है और सभी धर्मो का सम्मान करते हुए उन्हें भी एकता और देश के प्रति प्रेरित करना है। भारत का नागरिक होने के नाते हमारा यह फर्ज बनता है की देश की रक्षा करें। अगर हम सब मिलकर रहे तो हमारा देश एक बार फिर से ‘सोने की चिड़िया’ बन जाएगा।

इसी के साथ अपने भाषण को विराम देता हूँ।

धन्यवाद।

Republic Day 2020 Poetry In Hindi – गणतंत्र दिवस पर कुछ देशभक्ति कविता

कहते हैं की कलम जब देश के बारें में लिख रही हो तो अपने आप शब्दों को गढ़ लेती है, ऐसा लगता है की एक लेखक का दिमाग नहीं सिर्फ कलम चल रही है। वो कहते हैं ना की ‘देशभक्ति का नशा कुछ ऐसा चढ़ा है, कलम से ‘जय’ भी लिखू तो ‘जय हिन्द’ लिखा जाता है। एक छोटी सी कविता अशफ़ाक़उल्ला ख़ाँ की कलम से लिखी गई थी। वो यहाँ लिख रहा हूँ –

बहार आई शोरिश जुनूने फ़ितना सामाँ की,
इलाही खैर करना तू मेरे जेबो-गिरेबाँ की ।

सही जज़बाते हुर्रियत कहीं मेटे से मिटते हैं,
अबस हैं धमकियाँ दारो-रसन की और जिंदां की ।

वह गुलशन जो कभी आबाद था गुजरे जमाने में,
मैं शाख-ए-खुश्क हूँ हाँ-हाँ उसी उजड़े गुलिसतां की ।

नहीं तुमसे शिकायत हमसफीराने चमन मुझको,
मेरी तकदीर ही में था कफस और कैद जिंदां की ।

करो जब्ते-मुहब्बत गर तुम्हें दावाए-उल्फत है,
खामोशी साफ बतलाती है ये तसवीरे-जाना की ।

यूं ही लिखा था किस्मत में चमन पैराए आलम ने,
कि फसले-गुल में गुलशन छूट कर है कैद जिंदां की ।

जमीं दुश्मन जमां दुश्मन जो अपने थे पराये हैं,
सुनोगे दास्तां क्या तुम मेरे हाले-परीशां की ।

ये झगड़े और बखेड़े मेटकर आपस में मिल जाओ,
ये तफ़रीके-अबस है तुममे हिन्दू और मुसलमाँ की ।

सभी सामाने-इशरत थी मज़े से अपनी कटती थी,
वतन के इश्क़ ने मुझको हवा खिलवाई जिंदां की ।

निष्कर्ष

इस वर्ष 2020 भारत 71वां गणतंत्र दिवस मनायेगा। ऐसे में विद्यार्थियों की मदद के लिए हमारी एक छोटी सी कोशिश है। आप यहाँ से Republic Day 2020 के लिए भाषण देख सकते हैं। अगर आपको अच्छा लगे तो यह भाषण एंव कविता गणतंत्र दिवस पर स्कूल या कॉलेज इत्यादि में पढ़ सकते हैं। इस गणतंत्र दिवस के भाषण को छात्र एंव छात्रा दोनों पढ़ सकते हैं।