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संतुलित आहार पर निबंध Essay on Balanced Diet in Hindi – Santulit Aahar

Essay on Balanced Diet in Hindi – Santulit Aahar

Essay on Balanced Diet in Hindi – Santulit Aahar : हमारे जीवन में भोजन की बहुत जरूरत है, ये तो स​ब जानते हैं. भोजन है तो हमारा जीवन है. खाना खाने से ही हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है और उस ही ऊर्जा से हम अपने दिन भर के सारे काम करते हैं. अगर हम भोजन नहीं करते हैं तो हमारा शरीर काम भी नहीं कर पाता है, दूसरे शब्दों में कहे तो जीवन व्यापन करते हैं. भोजन से ही हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है.

लेकिन अगर आप सोचते हैं कि केवल हमारे शरीर के लिए खाना खाना ही काफी हैं तो आप गलत है, क्योकि आप को संतुलित आहार की जरूरत है. आप को और हम को अगर स्वस्थ रहना है तो संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए. अब अगर आप ये सोच रहे हैं कि यह संतुलित

आहार क्या होता है? तो आइए जानते हैं संतुलित आहार क्या है और ये फायदे होते हैं इसके.

संतुलित आहार की परिभाषा ( About Balanced Diet )

संतुलित आहार एक ऐसा भोजन या आहार जिस में सभी पोषक तत्व संतुलित मात्रा में हो.पोषक तत्व वह तत्व होते हैं जो खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं. दूसरे शब्दों में कहे तो इन के सेवन से ही हमारा शरीर अच्छा रहता है.

संतुलित आहार के फायदे ( Benefits of Balanced Diet)

अभी हम ने जानना संतुलित आहार क्या होता है. अब जानेगें संतुलित आहार के क्या फायदे होते हैं. संतुलित आहार करने से हमारे चेहरे पर खुशी आती है. वहीं अगर कोई बीमार व्यक्ति है तो उसकी स्थिति में सुधार आता है. साथ ही शरीर में होने वाली समस्याएं जैसे कि बालों झड़ना,चेहरे में कील मुंहासे हो जाना आदि की समस्याओं पर रोक लगती है. संतुलित आहार करने से शारीरिक विकास, दिमाग हमारा अच्छा रहता है और आंखों पर भी बहुत अच्छा असर पड़ता है.

benfits of Balanced Diet in Hindi – Santulit Aahar

कई लोग ऐसे होते हैं जिनका वजन नियंत्रित नहीं रहता है और लगातार घटा व बढ़ता रहता है. ऐसी स्थिति में संतुलित आहार वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है. संतुलित आहार के ​सिर्फ एक या दो फायदे नहीं है बल्कि कई फायदे हैं जैसे संतुलित आहार आप के शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और अच्छी नींद को बढ़ावा भी देता है.संतुलित आहार खाने से शरीर में वसा कम करता है. साथ ही संतुलित आहार शरीर को अच्छे से काम करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है.

संतुलित आहार के तत्व ( Components of Balanced Diet )

1. कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates )

हमारे शरीर के सभी अंगों, सेल्स को ग्लूकोज की जरूरत होती है, जो शरीर में कार्बोहाइड्रेट के रूप में होता है. यह कार्बोहाइड्रेट साबुत अनाज, फल, सब्जियों और फलियां वाले खाद्य पदार्थों में ज्यादा मात्रा में पाया जाता है. कैंडी, पेस्ट्री, कुकीज और पेय पदार्थो में भी कार्बोहाइड्रेट की मात्रा होती है.

2. विटामिन (Vitamins)

विटामिन हमारे शरीर में रासायनिक प्रतिक्रियाओं की मदद करता है. दरअसल, हमारे शरीर को विकास के लिए 13 अलग-अलग तरह के विटामिन्स की जरूरत पड़ती है. यह विटामिन शरीर अलग — अलग अंगों की जरूरतों को पूरा करते हैं.

3.फाइबर ( Fibre)

फाइबर का मतलब होता है, रेशेदार भोज्य पदार्थ. फाइबर से हमारे शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा तो मिलती ही है, साथ ही पेट भी साफ रहता है. इससे लगातार शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है.

4. पानी (water)

ये तो सभी जानते हैं कि पानी हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है. लेकिन हम अपनी भागती दौड़ती जिन्दगी में ठीक मात्रा में पानी नहीं पी पाते, जितना पानी पीना चाहिए. पानी हमारे शरीर को हाइड्रेटेड करता है और बॉडी फंग्शन को ठीक रखता हैं. मानव शरीर का लगभग 70% हिस्सा पानी है.

संतुलित आहार और स्वास्थ्य ( Balanced Diet & Health)

संतुलित आहार बिमार शरीर के लिए बहुत जरूरी है लेकिन संतुलित आहार से ही शरीर नहीं बनता है. संतुलित आहार लेने के साथ-साथ हमारे जीवन में भोजन नियमितता भी उतनी ही जरूरी है. दरअसल, आज के वक्त में हर व्यक्ति की जिन्दगी ​इतनी व्यस्त हो गई है कि लोगों के पास खुद के लिए वक्त नहीं है. बस हर व्यक्ति अपने काम के पीछे इधर-उधर दौड़ने में लगा हुआ है. इसकी वजह से दोपहर का खाना जो कि 12 से 1 बजे के बीच खा लेना चाहिए लेकिन व्यस्त जीवन की वजह से 3 — 4 बजे खाना खाता है और सही समय पर खाना नहीं खाने से गैस व एसिडिटी जैसी कई समस्यांए पैदा होने लगती है. इस से लगातार आप की भूख कम होने लगती है.

खाना खाते समय कुछ बातों का ध्यान रखें :

कुछ लोगों की आदत होती है कि वो भूख से ज्यादा खाना खा लेते है लेकिन ऐसा नहीं खाना खाना चाहिए, हमेशा सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए. दरअसल, जरूरत से ज्यादा खाने से कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं. जैसे कि बदहजमी, कब्ज, मोटापा आदि.

सही मात्रा के साथ खाना सही समय पर भी खाना चाहिए. दूसरे शब्दों में कहें तो सबसे सुनहरा नियम यही है कि जब भूख लगे तभी खाना खाएं, क्योंकि भूख में हमारा पाचन तंत्र अच्छे से काम करता है और हाजमा अच्छा रहता है.

आज कल बच्चों को बाहर के खाना ज्यादा पसन्द आता है और वह ज्यादा बाहर का खाना खाते हैं, जिससे कई बिमारी उन्हें अपने चपेत में लेकर रखती है. हमेशा कोशिश करें कि केवल घर का बना ही खाना खाएं.

कुछ लोगों की आदत होती है जल्दी — जल्दी खाना खाने की. जल्दी खाना खाने से खाना अच्छे से चबाता नहीं है. इसलिए आराम से खाना खाएं और चबा — चबाकर खाएं. ऐसा करने से पाचन तंत्र भी ठीक रहता है.

कई लोगों की आदत होती है कि फ्रिज से निकली हुई चीजों का एकदम से खा लेते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए, फ्रिज से निकलने के थोड़ी देर बाद गर्म करें और खाएं.
आप ने ये तो सुना ही होगा कि खाना खाने से आधा घंटे पहले और आधा घंटे बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए. लेकिन खाना खाने के बीच भी पानी नहीं पीना चाहिए. अगर आप पानी नहीं पीते हैं तो खाना सही से हजम हो जाता है.

कभी भी खड़े होकर खाना नहीं खाना चाहिए और नहीं पानी पीना चाहिए.