Digital india par nibandh : किसी भी देश की प्रगति इस बार पर निर्भर करती है कि देश किस तरह से तकनीकी का इस्तेमाल कर रहे है और किस तरह उन्नत तकनीको का इस्तेमाल करके अपने काम आसानी से कम समय में कर पाते है।भारत भी इस राह की और अग्रसर हो रहा है। भारत भी धीरे धीरे डिजिटली सशक्त हो रहा है।

Digital india par nibandh
- Top 20+ Motivational framed quotes
ये भी पढ़े ⇓
डिजिटल इंडिया क्या है?
डिजिटल इंडिया भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया वो कार्यक्रम है जिसका मकसद भारतवर्ष को डिजिटली सशक्त बनाना है। इस कार्यक्रम के तहत पूरे देश की जनता, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा और सरकारी दफ्तरों को देश की राजधानी से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इससे शहर ही नही बल्कि ग्रामीण इलाके भी जुड़ जाएंगे।
डिजिटल इंडिया की शुरुवात कब हुई
इस महत्वपूर्ण योजना का अनावरण हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के करकमलो द्वारा 1 जुलाई 2015 को इंदिरा गांधी स्टेडियम (दिल्ली) में किया गया । इस योजना का मुख्य मकसद सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओ को सीधे जनता तक पहुंचाना है। सेवाएं जैसे न्यायिक सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि बिना किसी कागजी करवाई के लोगो तक इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से पहुंचाई जाएंगी। इस अभियान से डिजिटल लॉकर, ई-शिक्षा, राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल, ई-साइन, ई-स्वास्थ्य जैसे कई योजनाओं का अनावरण और क्रियांवरण प्रभावकारी रूप से किया जा रहा है।
डिजिटल इंडिया किन लोगो के लिए उपयोगी
डिजिटल इंडिया अभियान सबसे ज्यादा उपयोगी उन लोगो के लिए हैं जो ऐसे गाँवो में रहते हैं जो शहर से बहुत दूर है और उन तक सरकारी सेवाएं पहचाना बहुत मुश्किल है। डिजिटल होने की वजह से आज उन तक सभी सेवाएँ कम समय में पहुंच जाती है।ये एक प्रभावकारी योजना है लेकिन इसमें कई कमियां भी हैं जैसे लीगल फ्रेमवर्क, इससे जुड़े लोगो के डाटा की सुरक्षा, इसमें गोपनीयता बनाए रखने में परेशानी, साइबर असुरक्षा आदि। इन कमियों की वजह से इन सेवाओ का लाभ कई बार ऐसे लोग उठा लेते हैं जो इन सेवाओ के लिए तय की गई शर्तो में नही आते।
डिजिटल इंडिया अभियान के लाभ
कोरोना काल में डिजिटल इंडिया का योगदान
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम ने कोरोना की महामारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कोरोना काल में लोगो तक मदद पहुचाने में इस मुहीम ने बहुत मदद की। कोरोना से ग्रसित लोगो तक पहुंचने के लिए और लोगो को इन्फेक्टेड होने से बचाने के लिए आरोग्य सेतु एप लांच की गई। इसे १२ भारतीय भाषाओ में बनाया गया था जिससे हर भाषा के लोग और देश के कोने कोने के सभी प्रांतो के लोग इससे जुड़ पाए। इससे करीबन 13 करोड़ लोगो को जोड़ा गया। इस डिजिटल सेवा ने लोगो को कोरोना के हॉटस्पॉट पहचानने मे मदद की। इतना ही नही सरकार ने डिजिटल मीडिया के माध्यम से कोरोना से बचने के उपाय विडियो, ग्राफ़िक्स द्वारा दिखाए ताकि जनता इस महामारी के बारे में समस्त जानकारी पा सके और जागरूक हो जाए और अपना बचाव करे। डिजिटल इंडिया की वजह से ही प्रधानमंत्री द्वारा दी जाने वाली राशी जन धन खातो के माध्यम से सीधे जनता तक पहुंची, वो भी कम समय में।
डिजिटल इंडिया कैसे लोगो तक पहुचाया जा रहा है
इस कार्यक्रम को मजबूती देने के लिए सरकार द्वारा राशन डीलरो, आशा कार्यकर्त्ताओं और आँगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं को सामान्य सूचना प्रौद्योगिकी की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस पहल को राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता अभियान कहा जाता है।भविष्य में इस कार्यक्रम की वजह से उद्यम से लेकर सरकारी सेवाओ में लोगो का हस्तक्षेप कम से कम होगा, जिससे बिचोलियों द्वारा की जाने वाली धांधलियो से बचा जा सकेगा। आने वाले समय में ग्रामीण और शहरी इलाको में सभी डिजिटली अपना व्यवसाय कर सकेंगे। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम देश में क्रांति ला रहा है और भारत तकनीकी रूप से मजबूत बन रहा है। अब तक इस डिजिटल इंडिया कार्यक्रम ने काफी सफलतापूर्वक कार्य किया है और जल्द ही राष्ट्रिय रूप से पूरे देश में बड़े पैमाने में शुरू हो जाएगा।