Looking for the Best Dhokebaz shayari in Hindi ? If yes then you are in right place because here we have collected धोखेबाज शायरी . Read these dhokebaz dost shayri and share with friends, relative and social media also. thanks
Dhokebaz shayari in Hindi
—#1—
दर्द इतना था ज़िंदगी में कि
धड़कन साथ देने से घबरा गयी
—#2—
न जाने कौन-सी साजिश में दिन गुजरा गया,
मैं दुश्मनों से बच गया, पर दोस्तों में मारा गया।
—#3—
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब,
हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है।
—#4—
मेरी यारी का अच्छा सिला दिया उसने,
मुसीबत में मेरी मुझको ही भुला दिया उसने।
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—#5—
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें,
उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें।
—#6—
दुनिया बहुत स्वार्थी है,
साथ कोई क्यो देगा,
फोकट का यहा कफ़न नही मिलता,
तो बिना दुःख के इश्क कौन देगा।
—#7—
समझ लेते हैं हम उनकी दिल की बात को,
वो हमें हर बार धोका देते है,
लेकिन हम भी मजबूर हैं दिल से,
जो उन्हें बार बार मौका देते हैं…!
—#8—
दोस्ती पर से भरोसा मेरा उस दिन से उठ गया जिस दिन से दोस्तों ने बेमतलब साथ बैठना छोड़ दिया।
—#9—
जबसे प्यार में धोका खाया है ,
हर हुस्न वालों से डर लगता है …
पहले अंधेरे की आदत नहीं थी मुझे ,
अभी उजालों से डर लगता है … ।।
—#10—
समय गुज़रते-गुज़रते कुछ लोगो का प्यार
कमज़ोर नहीं और गहरा हो रहा है
—#11—
तेरी दोस्ती ने दिए सुकून इतना,
कि तेरे बाद कोई भी अच्छा न लगे,
तुझे करनी हो बेवफाई तू इस अदा से करना,
कि तेरे बाद कोई भी बेवफा न लगे…!!!
धोखेबाज शायरी
—#12—
बदलते देखा है किस्मत को मैंने,
बदलते देखा है मौसम को मैंने,
देखा है दुश्मनों को दोस्ती निभाते हुए,
दोस्तों को भी दगाबाजी करते हुए देखा है मैंने।
—#13—
मिलेगा कोई ऐसा जो मुझपर मरता हो,
कोई ऐसा शक्श दे ख़ुदा जो मुझे खोने से डरता हो।
—#14—
हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं,
पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं।
—#15—
काम बनते ही दास्तों ने अपना रंग दिखा दिया,
मुसीबत आने पर हर एक ने मुझे धोखा दिया।
—#16—
अनजाने में दिल गँवा बैठे इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे उनसे क्या गिला करे,
भूल तो हमारी थी जो बिना दिल वालों से दिल लगा बैठे
—#17—
मेरी यारी का उसने अच्छा परिणाम दिया,
मेरी मुशीबत मे उसने मुझको ही भुला दिया.
—#18—
किसी ने कहा प्यार में खुदा मिलता हैं,
किसी में कहा प्यार में दर्द मिलता हैं,
मेरा तो मानना ये हैं प्यार में ज़िन्दगी भर,
मर मर के ज़ीने कामुकदर मिलता हैं!
—#19—
जमाने को अच्छा समझा,
लेकिन वो चालबाज निकला,
अपने को अपना समझा,
लेकिन वो धोखेबाज निकला।
—#20—
मुसीबत बता देती है कि कौन यार गद्दार है,
क्योंकि खुशी में तो हर कोई वफादार है।
—#21—
हर एक चेहरे की फितरत
में वफादारी नहीं होती!
—#22—
कैद मुझे तुम्हारे साथ मंज़ूर थी,
तुम नहीं तो अब मुझे रिहाई चाहिए।
—#23—
धोखे का जला हूँ,
अब मोहबब्त फूंक-फूंक के पीऊंगा।
—#24—
अब यही चाल चलन दिखती है,
अब दोस्तों की बधाई में भी जलन दिखती है।
—#25—
देख कर रूप उनका मैं दाग हो गया,
हर दोस्त मेरा दुश्मनों के संग हो गया।
—#26—
जरूरत पड़ने पर गले लगाते देखा है,
दोस्ती को आजमाते देखा है,
मौका आया जब दोस्ती निभाने का,
दोस्तों को दुश्मनी निभाते देखा है।
—#27—
मंजिल भी उसकी थी, रास्ता भी उसका था,
एक मैं ही अकेला था, बाकि सारा काफिला भी उसका था,
एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी,
और बाद में रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था।
—#28—
जीते जी छीन ली जिंदगानी मेरी
वो अब मृत्यु का भी उठाती हे
मेरी कबर पर माला के बहाने
किसी आशिक से मिलने आती है !!
dhokebaz shayri hindi
—#29—
अच्छा हुआ ये मोहब्बत का खेलकुछ दिन और न चला,
अगर चला होता तो शायदहम न बचे होते.!
—#30—
खुदा के सिवाय किसी से आस मत रखना,
वफ़ा और दोस्ती पर कभी विशवास मत करना।
—#31—
मोहब्बत करने वाला में भी अक्सर ये सिला देखा है
जिन्हे अपनी वफ़ा पे नाज़ था उन्हें भी बेवफा देखा है!
—#32—
दिल के ज़ख्म भरते-भरते कब वो
दिल ज़ख़्मी कर गए पता ही नहीं चला!
—#33—
उसने तोडा वो ताल्लुक़ जो हमारी हर बात से था
उसको दुःख न जाने मेरी किस बात से था
सिर्फ ताल्लुक़ रहा, लोगों की तरह वो भी
जो अच्छी तरह वाकिफ मेरी हर बात से था!
—#34—
जब भी दोस्तों की जरूरत को महसूस किया,
तब तब धोखा देकर उसने मुझे मायूस किया।
—#35—
दिल तोड़ने वाले से दिल जोड़ने की उम्मीद न रखना ए दोस्त
इसे लोगो से वफ़ा की उम्मीद न रखना।
—#36—
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में,
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही मज़ाक किया करते है इस जमाने में।
Dhoka Shayari Hindi
—#37—
मौका पड़ने पर दोस्त भी अपना रंग दिखा देते हैं,
साथ देंगे या धोखा, इस बात का भी ढंग दिखा देते हैं।
—#38—
तुमने प्यार ना सही पर तुम्हारे धोखे ने
मुझे बहुत हिम्मत दी है!
—#39—
हमेशा से नो न रहा होगा इतना शख्त ए दिल,
जरूर किसी ने तेरी मासूमियत के साथ खेला होगा।
—#40—
पल पल उसका साथ निभाते हम
एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हमसमंदर के बिच में पहोच कर फरेब किया उसने
वो कहते तो किनारे पर ही डूब जाते हम!