Bournvita vs Horlicks vs Complan : हर किसी की ख्वाहिश रहती है कि उसका बच्चा लम्बा,स्वस्थ और मजबूत हो तथा वह ऊर्जा और स्फूर्ति से लबालब रहे। पेरेंट्स की इसी चाहत या कमजोरी ने एक बहुत बड़े बिजिनेस को जन्म दिया है और वह बिजिनेस है हेल्थ ड्रिंक्स या एनर्जी ड्रिंक्स का। आज इस बिजिनेस का टर्न ओवर हजारों करोड़ से ऊपर का है। हेल्थ ड्रिंक्स या एनर्जी ड्रिंक्स के कई ब्रांड्स आज मार्किट में हैं और सभी अपने को सर्वोत्तम बताने का दावा भी करते हैं। ऐसे में पेरेंट्स के लिए अपने बच्चों के लिए उपयुक्त और सही प्रोडक्ट का चुनाव करना बड़ा ही मुश्किल हो जाता है। भारत के परिप्रेक्ष्य में देखा जाय तो तीन मुख्य कंपनियों का इस मार्किट में ख़ासा दबदबा है। ये कंपनियां हैं कॉम्प्लान, हॉर्लिक्स और बोर्नविटा।इन तीनों ही प्रोडक्ट के दावे इतने जबरदस्त और लुभावने होते हैं कि पेरेंट्स तय नहीं कर पाते कि उनके बच्चों के लिए कौन सा प्रोडक्ट बेस्ट होगा। उच्च तथा पैसे वाले लोग तो डॉक्टर तथा डाइटेशियन की सलाह से अपने बच्चों के लिए सही उत्पाद का चुनाव कर लेते हैं किन्तु सामान्य लोगों के बीच यह एक कन्फ्यूजन पैदा करता है। इन्ही पेरेंट्स की सहायता के लिए यह पोस्ट लिखी गयी है ताकि माता पिता अपने बच्चों को एकदम उपयुक्त चीज दे सकें।
कॉम्प्लान
कॉम्प्लान हेल्थ ड्रिंक या एनर्जी ड्रिंक की बात हो और कॉम्प्लान की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता । कॉम्प्लान भारत में सबसे लोकप्रिय हेल्थ ड्रिंक में से एक है। कॉम्प्लान एक मिल्क प्रोटीन बेस्ड न्यूट्रिशनल पेय है जो बढ़ते बच्चों में प्रोटीन सहित सभी आवश्यक पोषक तत्वों की उपलब्धता सुनिश्चित कराता है इसके साथ ही यह दावा किया जाता है कि इसके नियमित सेवन से बच्चों की लम्बाई और स्टेमिना में जल्दी वृद्धि होती है।
कॉम्प्लान की शुरुआत कब हुई थी
कॉम्प्लान की शुरुवात 1954 में ब्रिटैन में प्रथम विश्व युद्ध में घायल सैनिकों को पोषक तत्वों की आपूर्ति लिए किया गया था। भारत में इसे 1964 में एक स्वास्थ्यवर्धक ड्रिंक के तौर पर डॉक्टरों द्वारा शुरू किया गया था। 1994 में कॉम्प्लान का अधिग्रहण हेंज़ के द्वारा किया गया। यह बढ़ते बच्चों के लिए डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों के अनुसार तैयार किया गया है।
कॉम्प्लान के इंग्रेडिएंट्स
कॉम्प्लान के मुख्य इंग्रेडिएंट्स को देखा जाय तो पता चलता है कि यह मुख्य रूप से शर्करायुक्त दुग्ध पाउडर है। जिसका प्रतिशत करीब 54.7 होता है। यह उच्च कोटि के मिल्क प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है जो बच्चों के शारीरिक विकास में सहायक है। इसके अतिरिक्त Maltodextrin जो कि अनाज, चावल,गेंहू और आलू से बनता है इसमें उपस्थित होता है। कॉम्प्लान में तीन इंग्रेडिएंट्स Inositol ,Taurine तथा L-Carnitine को ब्रेन टॉनिक के रूप में स्थान दिया गया है। ऐसा माना जाता है कि ये तीनो बच्चों के बुद्धि विकास में सहायक हैं। इसके अतिरिक्त कॉम्प्लान में विभिन्न विटामिन्स और मिनिरल्स भी पाए जाते हैं।
न्यूट्रिशनल फैक्ट्स
कॉम्प्लान के फायदे
- प्राकृतिक दूध प्रोटीन: यह दूध आधारित पेय है, माल्टेड नहीं है और इसलिए अन्य स्रोतों जैसे गेहूं और जौ से प्राप्त अन्य प्रोटीन की तुलना में शरीर को 100% दूध प्रोटीन कुशलतापूर्वक प्रदान करता है। अतः यह 100% प्राकृतिक प्रोटीन प्रदान करता है।
- उच्च कैलोरी: आपको प्रति 100 ग्राम कॉमप्लान के लिए 419KJ मिलता है, ये कैलोरी आपके शरीर को पूरे दिन सक्रिय रखने में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और आपके शारीरिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में आपकी मदद करती हैं। कॉमप्लान में कैलोरी पूरे दिन की दिनचर्या के लिए आवश्यक पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा प्रदान करती है। - मेटाबॉलिज्म में सुधार: कॉम्प्लान का नियमित उपयोग चयापचय को स्थिर करता है जो स्वस्थ रक्त को बनाए रखने, तरल पदार्थ को संतुलित करने, कोशिका वृद्धि में सुधार, हड्डियों, दांतों को मजबूत करने और दृष्टि को बढ़ाने के लिए शरीर के समग्र प्रदर्शन को बढ़ाता है।
- शरीर के विकास में सहायक: यह न केवल लंबाई बढ़ाने में मदद करता है बल्कि नियमित आहार के साथ नियमित खपत के साथ
समग्र शरीर के विकास को भी तेज करता है। - मस्तिष्क को अधिक शक्ति देता है: आयोडीन, आयरन और विटामिन बी 12 जैसे तत्व मस्तिष्क के कामकाज में सुधार करते हैं, जिससे मानसिक सतर्कता और एकाग्रता बच्चे की याद करने की शक्ति को उन्नत करती है।
कॉम्प्लान का बच्चों पर प्रभाव
Heinz ने Complan के प्रभाव पर एक केस स्टडी , "स्कूली बच्चों के विकास और संज्ञानात्मक विकास पर स्वास्थ्य पेय के पूरक का प्रभाव" को प्रस्तुत किया । कोयंबटूर में अविनाशीलिंगम डीम्ड यूनिवर्सिटी फॉर विमेन द्वारा दिसंबर 2008 में जारी साल भर के अध्ययन में सात से 12 साल के आयु वर्ग के 900 भारतीय बच्चे शामिल थे, जिन्हें तीन समूहों में विभाजित किया गया था। एक समूह को पूर्ण आहार दिया गया, दूसरे समूह को पूर्ण आहार और पानी में कॉम्पलान तैयार किया गया और तीसरे समूह को पूर्ण आहार और दूध में तैयार किया गया। अध्ययन से पता चला कि तीसरे समूह के बच्चे पहले समूह की तुलना में दोगुने तेजी से बढ़े। हेन्ज़ द्वारा वित्त पोषित अध्ययन में दावा किया गया है कि खिलाए गए बच्चों के समग्र स्वास्थ्य में भी सुधार हुआ है। हालाँकि यह अध्ययन विवादों और शंकाओं से परे नहीं था।
Horlicks
शायद ही कोई ऐसा भारतीय होगा जिसने हॉर्लिक्स का सेवन अपने जीवन में कभी नहीं किया हो या कम से कम उसका नाम न सुना हो। भारत में हॉर्लिक्स सबसे लोकप्रिय हेल्थ ड्रिंक या एनर्जी ड्रिंक में से एक है। चाहे बच्चे हों, या फिर घर में कोई बीमार हो या फिर कोई कमजोरी महसूस कर रहा हो, हॉर्लिक्स का नाम सबकी जुबान पर आता है।
23 महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से युक्त हॉर्लिक्स सूक्ष्म पोषक तत्वों/आवश्यक पोषक तत्वों की शरीर में कमी को दूर करने के लिए चिकित्सकीय रूप से सिद्ध है। हॉर्लिक्स बच्चों को लंबा, मजबूत और तेज बनने में मदद करता है। उचित दैनिक आहार और जीवन शैली के साथ हॉर्लिक्स के नियमित सेवन से बच्चे के विकास और हड्डी क्षेत्र, अधिक मांसपेशियों और बेहतर एकाग्रता जैसे विकास और विकास में औसत दर्जे का सुधार होता है ।
हॉर्लिक्स की शुरुवात कब हुई थी
हॉर्लिक्स की शुरुवात शिशुओं और विकलांगों को आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध कराने से हुई थी। इसकी शुरुवात जेम्स और विलियम हॉर्लिक्स ने 1873 में की थी। शुरू शुरू में इसे बेड टाइम ड्रिंक के तौर पर लिया जाता थे किन्तु भारत में इसकी मार्केटिंग ब्रेकफास्ट ड्रिंक के रूप में हुई थी। भारत में हॉर्लिक्स का प्रयोग प्रथम विश्व युद्ध से लौटे सैनिकों द्वारा सर्वप्रथम किया गया जो इसे अपने साथ लेकर आये थे। 1940 आते आते यह पूर्ण भारतीय ड्रिंक का स्थान पा लिया था। भारत में हॉर्लिक्स 1959 में बनना शुरू हुआ।
हॉर्लिक्स के इंग्रेडिएंट्स
हॉर्लिक्स मुख्य रूप से माल्टेड बार्ली और माल्टेड गेंहू के आटे का मिश्रण है। इसमें गेंहू 46 प्रतिशत और माल्टेड बार्ली 26 प्रतिशत तक होता है। इस मिश्रण में कैल्शियम कार्बोनेट, फेरिक पाईरोफॉस्फेट, नियासिन, थायमिन आदि की उपस्थित होती है। इसके अतिरिक्त सूखा दूध, कैल्शियम कार्बोनेट, चीनी, पाम आयल और कई विटामिन्स और मिनिरल्स भी होते हैं।
न्यूट्रिशनल फैक्ट्स
हॉर्लिक्स से लाभ
- शारीरिक विकास और विकास में मदद करता है
- बच्चे को ऊर्जावान रखता है और मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है।
- मस्तिष्क के विकास और मस्तिष्क के कार्य में मदद करता है
- प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ बनाता है
- हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है
- शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन में मदद करता है
Bournvita
कैडबरी बॉर्नविटा भारत में सबसे भरोसेमंद और पसंदीदा हेल्थ ड्रिंक्स में से एक है। यह विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों के बीच सबसे लोकप्रिय पेय में से एक है। यह एक स्वास्थ्य पेय है जो सभी उम्र के लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए पोषण प्रदान करता है। बोर्नविटा दूध की शक्ति के साथ मिलकर बढ़ते बच्चों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है। इसमें विटामिन डी होता है जो दूध में कैल्शियम को बेहतर अवशोषित करने में मदद करता है, मजबूत हड्डियों के विकास में मदद करता है। इसके साथ ही यह विटामिन सी के स्तर में वृद्धि करता है। यह आयरन की कमी को भी दूर करता है, जो मानसिक विकास के लिए आवश्यक है।
बोर्नविटा की शुरुवात कब हुई
बोर्नबिटा माल्टेड और चॉकलेट माल्ट ड्रिंक का एक लोकप्रिय ब्रांड है। इसका निर्माण कैडबरी जो मोंडेलेज इंटरनेशनल की एक सहायक कंपनी है, के द्वारा किया जाता है। यूनाइटेड किंगडम और नार्थ अमेरिका के साथ साथ यह विश्व के कई अन्य देशों जैसे इंडिया, नेपाल, बांग्लादेश आदि में बेंचा जाता है। बोर्नबिटा का विकास सर्वप्रथम 1920 में इंग्लैंड में किया गया था। उस समय इसका विपणन एक हेल्थ ड्रिंक के तौर पर किया गया। बोर्नविटा की वास्तविक रेसिपी में फुल क्रीम वाले दूध, अंडे, माल्ट और चॉकलेट का मिश्रण था। बोर्नविटा का नाम बोर्नविटा बोर्न और वीटा दो शब्दों से मिलकर बना है। वास्तव में इसकी निर्माता कंपनी कैडबरी की फैक्ट्री की साइट बोर्नविले नामक गांव में थी इसी गांव के नाम पर इसका नाम बोर्नविटा पड़ा।
बोर्नविटा के इंग्रेडिएंट्स
बोर्नविटा मूल रूप से पीसे हुए अनाज जिसमे मुख्य रूप से बार्ली और गेंहू शामिल हैं ,चीनी और कोकोआ का मिश्रण है। इसके अतिरिक्त इसमें मिल्क सॉलिड्स, विटामिन्स और मिनिरल्स की भी उचित मात्रा है।हर दो चम्मच बॉर्नविटा में कार्बोहाइड्रेट 8 ग्राम, पोटेशियम 45 मिलीग्राम, सोडियम 25 मिलीग्राम, प्रोटीन 1 ग्राम, चीनी 6 ग्राम, नियमित विटामिन ए का 8%, आयरन का 10%, विटामिन सी का 30%, आपके शरीर में जिंक का 15% और नियमित मैग्नीशियम का 10% प्रदान करता है । इसके अलावा, यह आपको विटामिन बी 9, विटामिन बी 2, विटामिन बी 12 और विटामिन डी जैसे प्रोहेल्थ विटामिन भी प्रदान करता है जो विकास और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक सभी बुनियादी पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करता है।
बोर्नविटा के इंग्रेडिएंट्स
न्यूट्रिशनल फैक्ट्स
बोर्नविटा के फायदे
- विटामिन बी9 और बी12 आपके शरीर को लाल रक्त कोशिकाओं के उचित विकास के लिए आवश्यक घटक प्रदान करते हैं।
- यह शारीरिक सहनशक्ति की क्षमता और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
- यह आपके ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है और आपको पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रखता है।
- यह आपके शरीर की दैनिक आयरन की आवश्यकता को पूरा करता है जो आपके शरीर में उचित ऑक्सीजन परिवहन के लिए आवश्यक है।
- आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन का सही प्रवाह विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट उत्पादों से छुटकारा पाने में मदद करता है।
- बोर्नविटा, जब नियमित रूप से दूध के साथ लिया जाता है, तो आपके कैल्शियम की मात्रा को अनुकूलित करता है। सादा दूध पीने वाले बच्चों की तुलना में रोजाना दूध के साथ बॉर्नविटा लेने वाले बच्चों में कैल्शियम का स्तर अधिक होता है।
कॉम्प्लान, हॉर्लिक्स और बोर्नविटा में क्या अंतर है
- कॉम्प्लान, हॉर्लिक्स और बोर्नविटा तीनों ही हेल्थ ड्रिंक हैं जो हमारे शरीर में पोषक तत्वों की आपूर्ति करते हैं और शरीर तथा मस्तिष्क को चुस्त दुरुस्त और ऊर्जा से परिपूर्ण रखते हैं। वैसे तो तीनों ही पेयों का उद्द्येश्य शरीर को हष्ट पुष्ट रखना और स्फूर्ति प्रदान करना होता है फिर भी पोषक तत्वों और उनके अनुपात के आधार पर देखा जाए तो इनमे कई अंतर भी हैं।
- कॉम्प्लान का मुख्य संघटनक मिल्क प्रोटीन होता है जबकि हॉर्लिक्स और बोर्नविटा माल्टेड गेंहू और बार्ली बेस्ड हेल्थ ड्रिंक हैं।
- प्रोटीन सप्लीमेंट के मामले में कॉम्प्लान हॉर्लिक्स और बोर्नविटा से आगे है। 100 ग्राम कॉम्प्लान में करीब 18 ग्राम प्रोटीन होता है जबकि इतनी ही मात्रा में हॉर्लिक्स करीब 11 ग्राम तथा बोर्नविटा 7 ग्राम प्रोटीन देता है।
- कॉम्प्लान में प्रोटीन का स्रोत दुग्ध उत्पाद होता है और यह उत्तम कोटि का प्रोटीन माना जाता है। यही वजह है यह शरीर में आवश्यक एमिनो एसिड्स की आपूर्ति करता है। हॉर्लिक्स और बोर्नविटा में प्रोटीन का स्रोत गेंहू होता है और यह प्रोटीन प्रथम श्रेणी का नहीं माना जाता है।
- कॉम्प्लान में प्रति 100 ग्राम शुगर की मात्रा सबसे कम होती है। इसमें शुगर 24 ग्राम होता है जबकि हॉर्लिक्स में यह 30 ग्राम और बोर्नविटा में 37 ग्राम होती है।
- कॉम्प्लान में टोटल कैलोरीज हॉर्लिक्स और बोर्नविटा के मुकाबले ज्यादा होती है। प्रति 100 ग्राम कॉम्प्लान 419 Kcal, हॉर्लिक्स 370 Kcal तथा बोर्नविटा 383 Kcal एनर्जी देता है।
- कॉम्प्लान में विटामिन्स और मिनिरल्स की मात्रा हॉर्लिक्स और बोर्नविटा की तुलना में कम होती है। उदहारण के लिए कॉम्प्लान में आयरन की मात्रा 13.5 mg जबकि हॉर्लिक्स में 26 तथा बोर्नविटा में 45 mg होती है। इसी तरह कॉम्प्लान में विटामिन बी 1 यानि थायमिन 0.45 mg हॉर्लिक्स में 1.3 mg तथा बोर्नविटा में 1.35 mg पाया जाता है।
- कॉम्प्लान में विटामिन K पाया जाता है जबकि हॉर्लिक्स और बोर्नविटा में नहीं।
- और अंत में कॉम्प्लान हॉर्लिक्स तथा बोर्नविटा की अपेक्षा थोड़ा महंगा आता है। 1 kg कॉम्प्लान का मूल्य 530 रुपये हैं जबकि 1 kg हॉर्लिक्स 454 रूपये तथा 1 kg बोर्नविटा 400 रूपये है।
उपसंहार
कॉम्प्लान, हॉर्लिक्स और बोर्नविटा तीनों ही हेल्थ ड्रिंक्स हैं और इनका मुख्य उद्द्येश्य बच्चों तथा अन्य को एक पूरक आहार प्रदान करना है ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से हो सके। इन उत्पादों के संघठनों में कुछ बुनियादी अंतर ही तीनों को भिन्न बनाता है। जहाँ प्रोटीन के मामले में कॉम्प्लान अन्य दोनों से श्रेष्ठ है वहीँ मिनरल्स और विटामिन्स के मामले में हॉर्लिक्स और बोर्नविटा उसको पीछे छोड़ देते हैं। तरीके से देखा जाए तो इनका इस्तेमाल अपने डाइटीशियन की सिफारिश पर ही करना चाहिए किन्तु यदि एक तजुर्बा और भी लोग आजमाते हैं इनका इस्तेमाल बारी बारी से करके यानी एक महीने कॉम्प्लान तो दूसरे महीने हॉर्लिक्स, तीसरे महीने बोर्नविटा फिर इसी क्रम को आगे भी जारी रखते हैं। इससे बच्चों में तीनों का लाभ मिल जाता है।