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योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय – yogi adityanath Biography in Hindi

योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय - yogi adityanath Biography in Hindi
yogi adityanath Biography in Hindi

yogi adityanath Biography in Hindi : नमस्कार!!! आज भारत में योगी आदित्यनाथ को कौन नहीं जानता. योगी आदित्यनाथ जी हमारे उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं योगी आदित्यनाथ जी की जीवन रेखा के बारे में. बहुत से लोग हैं जो मानते हैं कि योगी आदित्यनाथ जी साधु हैं, कोई कहता है कि वह धर्माचार्य हैं, तो किसी की उम्र को लेकर कोई और धारणा है. महत्वपूर्ण बात यह है कि आखिरकार योगी आदित्यनाथ जी हैं कौन और उनकी जीवन रेखा या फिर हम कह सकते हैं जीवनी है क्या? इन्हीं सब बातों का जवाब देने के लिए हमने आपके लिए सारी जानकारी यहां इकट्ठा की है. आइए जानते हैं योगी आदित्यनाथ जी का जीवन परिचय.

योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय - yogi adityanath Biography in Hindi

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योगी आदित्यनाथ जी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में 19 मार्च 2017 की सुबह को चुना गया. उसके बाद से योगी जी ने उत्तर प्रदेश के विकास की कमान को संभाल लिया. योगी नाथ जी अपने कट्टर हिंदुत्व की राजनीति के लिए विख्यात हैं. नाथ जी का एक कथन बहुत प्रसिद्ध है जो उनके कट्टरवाद को दर्शाता है और वह है ‘एक हाथ में माला एक हाथ में भाला’.

योगी आदित्यनाथ जी की राजनीतिक जिंदगी

1998 में योगी आदित्यनाथ जी भारत के बाद वे लोकसभा में चुनाव जीतकर सबसे कम उम्र के सांसद बने देश के सामने आए थे. जिस समय उन्होंने चुनाव जीता तब वह सिर्फ 26 वर्ष के थे जोकि भारतीय इतिहास में किसी सांसद की सबसे कम उम्र थी. वैसे तो योगी आदित्यनाथ जी नाथ संप्रदाय से तालुकात रखते हैं लेकिन राजनीति में भी उन्होंने अपना सिक्का काफी पहले जमा लिया था. संसद में चुनाव जीतने के बाद योगी आदित्यनाथ जी ने सन 1998 और 1999 मेंकमेटी ऑफ फूड, सिविल सप्लाई, डिपार्टमेंट ऑफ़ सुगर एंड एडिबल आयल, मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स आदि में काम किया. इसके बाद 1999 में चलते हुए लोकसभा के चुनाव हुए तब यह दुबारा से निर्वाचित किए गए और उन्होंने अपने सभी पुराने कार्यों का निर्वहन भी किया. इन का राजनीतिक सफर उसके बाद भी रुका नहीं इन्होंने सन 2004 में अपनी इसी सीट से दोबारा चुनाव जीतकरअपना दब का लोगों में बनाए रखा. सन 2009 में जब दोबारा से चुनाव किए गए उस समय इन्हेंफिर से प्रतिनिधि के रूप में चुना गया और इसके साथ साथ परिवहन, पर्यटन और संकृति के कमिटी मेम्बर के कार्य निर्वाहन की जिम्मेदारी भी दी गई. जब 2014 में भारत में 16वीं लोकसभा चुनाव हुए तब श्री योगी आदित्यनाथ जी ने गोरखपुर की सीट से चुनाव लड़ा और फिर उसे जीतकर दोबारा से लोकसभा सांसद बन गए.

लोकसभा में ही नहीं योगी आदित्यनाथ जी हिंदू महासभा के भी अध्यक्ष हैं. और जैसा कि हमने बतायाकीयह गुरु गोरखनाथ मंदिर केपीठाधीश्वर भी है. इस मंदिर में आज भी पुराने हिंदू रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है.

योगी आदित्यनाथ जी की शुरुआती जिंदगी

योगी जी का जन्म 1972 में 5 जून को उत्तराखंड के गढ़वाल जिले में हुआ था. राजपूत परिवार में पैदा होने के कारण इनका नाम अजय सिंह रखा गया था. इनके पिताजी का नाम महर्षि अवैद्यनाथ जी महाराज का जो श्री गुरु गोरखनाथ मंदिर के महंत थे. जब महंत जी की मृत्यु हुई उसके बाद योगी आदित्यनाथ जी को उस मंदिर का महंत घोषित कर दिया गया और आज भी योगी आदित्यनाथ जी इस मंदिर के महंत हैं. महान होने के साथ-साथ योगी आदित्यनाथ जी ने गढ़वाल यूनिवर्सिटी या फिर हम कह सकते हैं एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक डिग्री प्राप्त की है. इतना ही नहीं उन्होंने हिंदू युवाओं को इकट्ठा करने के लिए हिंदू युवा वाहिनी नाम के संगठन का भी निर्माण किया.

क्या है हिंदू युवा वाहिनी संगठन?

हिंदू युवा वाहिनी योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा निर्मित किया हुआ हिंदुओं के लिए एक संगठन है. इस संगठन का निर्माण योगी जी ने हिंदुओं में एकता लाने के लिए किया था. लेकिन यह संगठन हमेशा ही किसी ना किसी विवाद में उलझा रहता है. विवादों की बात करें तो सन 2005 में मई में हुए दंगों का आरोप भी इसी संगठन पर लगाया गया. इतना ही नहीं 2007 में भी इस संगठन पर गोरखपुर में हुए दंगों का आरोप लगाया गया.

योगी आदित्यनाथ जी और उन्हें लेकर हुए राजनीतिक विवाद

वैसे तो योगी आदित्यनाथ जी राजनीति में काफी समय से हैं और वह हिंदू मंदिर के महंत के रूप में भी प्रसिद्ध हैं लेकिन फिर भी कई ऐसे राजनीतिक मामले हैं जिनमें योगी आदित्यनाथ जी को लेकर विवाद उठे हैं, आइए जानते हैं उन विवादों के बारे में.

धर्मांतरण- सन 2005 में योगी आदित्यनाथ जी पर यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने क्रिश्चन लोगों को धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव दिया है. इन पर आरोप लगाया गया था कि यह जबरदस्ती ईसाइयों को हिंदू में बदलने की कोशिश कर रहे हैंजिसके लिए उन्होंने 1800 ईसाई धर्म के लोगों का उत्तर प्रदेश के एटा नामक जगह पर हिंदू धर्म में परिवर्तन करवा दिया.

दंगे और गिरफ्तारियां- बहुत से ऐसे हिंदू मुस्लिम दंगे हैं जिसमें योगी आदित्यनाथ जी का नाम उभर कर आता है. कहा जाता है कि इन दंगों में योगी आदित्यनाथ जी हिंदू कर्मियों को सहारा देते हैं. जब जनवरी 2007 में हिंदू और मुसलमानों के बीच मोहर्रम के समय में लड़ाई हुई उस समय युवा वाहिनी के सदस्यराज कुमार अग्रहरि का भी उसमें हाथ था. इस तनाव के चलते मैजिस्ट्रेट ने योगी आदित्यनाथ जी को दंगों वाली जगह पर ना जाने का सुझाव दिया लेकिन उस तकरार में संगठन के सदस्य राजकुमार की मृत्यु हो गई जिसके चलते योगी आदित्यनाथ जी मजिस्ट्रेट की बात को टाल कर वहां पहुंच गए. इतना ही नहीं उसके बाद योगी आदित्यनाथ जी नेअहिंसक धरना भी कियाऔर कुछ ऐसी बातें कही जिनकी वजह से उनके कुछ अनुयाई भड़क गएऔर फिर वहां पर स्थित एक मजार में उन लोगों ने आग लगा दी. आग लगाने के बाद उस पूरे क्षेत्र में कर्फ्यू लग गयालेकिन फिर भी योगी आदित्यनाथ जी नहीं मानेऔर उन्हें इंडियन पेनल कार्ड की धारा 151A , 146, 279, 506 के तहत गिरफ्तार भी कर लिया गया. योगी आदित्यनाथ जी की गिरफ़्तारी के कारण हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों ने मुंबई और गोरखपुर एक्सप्रेस में कुछ डिब्बे भी जला दिए जिसके बाद मामला और ज्यादा संगीन हो गया. इस घटना के बाद उस जिला के जिलाधिकारी और लोकल पुलिस चीज का तबादला कर दिया गया और फिर नए जिलाधिकारी और लोकल पुलिस चीज का चयन किया गया. मामला यहां रुका नहीं इस सब के बाद भी गोरखपुर में कई मस्जिदों, घरो, बसों, ट्रेनों मैं आग लगा दी गई. योगी जी इतना होने पर भी रुके नहीं उन्होंने अपनी गिरफ्तारी का विरोध लोकसभा में भी किया.

योगी आदित्यनाथ जी के दिए गए विवादास्पद बयान

योगी आदित्यनाथ जी ने कुछ विवादास्पद बयान भी दिए हैं जो कि इस प्रकार हैं:

सबसे पहले तो योगी आदित्यनाथ जी ने 9 जून 2015 कोउन लोगों को लेकर विवादास्पद बयान दिया जो योग नहीं करते या फिर जो भी सूर्य नमस्कार नहीं करते. यहां तक कि उन्होंने यह भी कह दिया कि जो लोग सूर्य नमस्कार नहीं करते उन्हें भारतीय कहलाने का कोई हक नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग सूर्य में भी हिंदू मुस्लिम देखा करते हैं उन्हें तो डूब कर मर ही जाना चाहिए.

इसके बाद योगी आदित्यनाथ जी ने दूसरा बयान शाहरुख खान पर दिया. अपने बयान में उन्होंनेशाहरुख खान की तुलना आतंकवादी हाफिज सईद कर दी. जब योगी आदित्यनाथ जी ने शाहरुख खान का असहिष्णुता पर बयान सुना उसके बाद उन्होंने कहा कि शाहरुख खान को इस देशयुवा पीढ़ी और बहुसंख्यक समुदाय ने बनाया है यदि लोग उनकी फिल्में देखना छोड़ देंगे तो शाहरुख खान कुछ भी नहीं रहेंगे उन्हें गलियों में घूमना पड़ेगा.

तो यह थी योगी आदित्यनाथ जी के बारे में कुछ दिलचस्प बातें. यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया तो हमें अपनी राय नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं. ऐसे और आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारे पोर्टल पर लॉगइन करते रहे.

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