Ram Krishna Paramhans Quotes in Hindi : मानवीय मूल्यों के पोषक संत रामकृष्ण परमहंस के बारे में भारत में कौन नहीं जानता वह महापुरुष स्वामी विवेकानंद के भी गुरु थे ! स्वामी रामकृष्ण परमहंस का जन्म 18 फ़रवरी 1836 को बंगाल प्रांत स्थित कामारपुकुर ग्राम में हुआ था। इनके बचपन का नाम गदाधर था। पिताजी के नाम खुदिराम और माताजी के नाम चन्द्रमणीदेवी था। Ramkrishna Paramhans को मानवीय मूल्यों का पोषक भी कहा जाता है !
उनके विचार बहुत ही नेक और प्रभावशाली थे। स्वामी विवेकानंद ने पूरी दुनिया को रामकृष्ण जी के विचारों से अवगत कराया, रामकृष्ण जी ने सभी धर्मो एक ही बताया ! 15 अगस्त 1886 को इनकी मृत्यु हो गयी लेकिन इनके दिए गए अनमोल बचनो ने कई महान ब्यक्तियो को जन्म दिया ! तो आइये जानते है रामकृष्ण परमहंस के ऐसे अनमोल विचारो / Ramkrishn Paramhans ke Anmol Vichar को !
रामकृष्ण परमहंस के अनमोल सुविचार
—#1—
भगवान हर जगह है और कण-कण में हैं, लेकिन वह एक आदमी में ही सबसे अधिक प्रकट होते है, इस स्थिति में भगवान के रूप में आदमी की सेवा ही भगवान की सबसे अच्छी पूजा है।

Ramkrishna Paramhans Quotes In Hindi
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—#2—
भगवान सभी पुरुषों में है, लेकिन सभी पुरुषों में भगवान नहीं हैं, इसीलिए हम पीड़ित हैं
—#3—
यदि आप पागल ही बनना चाहते हैं तो सांसारिक वस्तुओं के लिए मत बनो, बल्कि भगवान के प्यार में पागल बनों।
—#4—
बिना सत्य बोले तो भगवान को प्राप्त ही नहीं किया जा सकता, क्योकि सत्य ही भगवान हैं
—#5—
जब हवा चलने लगी तो पंखा छोड़ देना चाहिए पर जब ईश्वर की कृपा दृष्टि होने लगे तो प्रार्थना तपस्या नहीँ छोड़नी चाहिए |
—#6—
जिस व्यक्ति में ये तीनो चीजे हैं, वो कभी भी भगवान को प्राप्त नहीं कर सकता या भगवान की द्रष्टि उस पर नहीं पड़ सकती। ये तीन हैं लज्जा, घृणा और भय
—#7—
यदि हम कर्म करते है तो अपने कर्म के प्रति भक्ति का भा होना परम आवश्यक है तभी वह कर्म सार्थक हो सकता है

Ramkrishna Paramhans Quotes in Hindi
—#8—
नाव को हमेसा जल में ही रहना चाहिए जबकि जल को कभी भी नाव में नही होंना चाहिए ठीक उसी प्रकार भक्ति करने वाले इस दुनिया में रहे लेकिन जो भक्ति करे उसके मन में सांसारिक मोहमाया नही होना चाहिए
—#9—
जब फूल खिलता है तो मधुमक्खी बिना बुलाये आ जाती है और हम जब प्रसिद्द होंगे तो लोग बिना बताये हमारा गुणगान करने लगेगे
—#10—
जीवन का विश्लेषण करना रोक दो | यह जीवन को और जटिल बनाएगी | अपना जीवन जियो |
—#11—
अनुभव एक कठिन शिक्षक है वह पहले परीक्षा देती है और बाद में सबक देती है।
—#12—
धर्म की बात तो हर कोई करता है लेकिन अपने आचरण में लाना सबके बस की बात नही है
—#13—
सत्य बताते समय बहुत ही एक्राग और नम्र होना चाहिए क्योकि सत्य के माध्यम से भगवान का अहसास किया जा सकता हैं।
—#14—
यदि हम ईश्वर की दी हुई शक्ति का उपयोग भलाई और अच्छे कर्मो में न करे तो फिर हमे ईश्वर की कृपा पाना है तो अपना जीवन समाज भलाई में लगाना चाहिए
—#15—
दुनिया के हर तीर्थ धाम कर ले भी तो हमे सुकून नही मिलेगा जबतक हम अपने मन में शांति न खोजे
—#16—
स्वार्थ संसार का एक ऐसा कुआँ है, जिसमें गिरकर निकल पाना, बड़ा कठिन होता है.
—#17—
आपका जितना परिक्षण होगा , आपका अनुभव उतना ही ज्यादा होगा और इससे आपका जीवन बेहतर होगा |
—#18—
सज्जनों का क्रोध जल पर अंकित रेखा के समान है, जो शीघ्र ही विलुप्त हो जाती है.
—#19—
प्यार के माध्यम से एक त्याग और विवेक स्वाभाविक रूप से प्राप्त हो जाते हैं।
—#20—
जिस प्रकार किरायेदार घर उपयोग करने के लिए उसका किराया देता हैं उसी प्रकार रोग के रूप में आत्मा, शरीर को प्राप्त करने के लिए टैक्स अथवा किराया देती हैं।