biography of priyanka wadra gandhi in hindi : आजकल हम राजनीति में एक नाम बहुत ज्यादा सुन रहे हैं और वह नाम है प्रियंका गांधी का. हर कोई जानना चाहता है कि प्रियंका गांधी कौन है और उनका बीता हुआ कल क्या है. आप के सभी सवालों का जवाब देने के लिए हमने यहां प्रियंका गांधी की जीवनी का उल्लेखन किया है. प्रियंका गांधी का पूरा नाम प्रियंका गांधी वाड्रा है. यह एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं और भारत के सबसे प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार गांधी नेहरू परिवार से ताल्लुक रखती है. जी हां प्रियंका गांधी फिरोज गांधी और इंदिरा गांधी की पोती है. प्रियंका गांधी भारतीय राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक आकर्षक व्यक्तित्व की महिला भी है.

Priyanka Gandhi Vadra Biography
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प्रियंका गांधी का जन्म 12 जनवरी 1972 को हुआ था. भारत की राजधानी दिल्ली में पैदा होने वाली यह महिला भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की वर्तमान अध्यक्ष एवं सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की मुखिया सोनिया गाँधी की दूसरी संतान है। प्रियंका गांधी के परदादा जवाहरलाल नेहरू भारत के सबसे पहले प्रधानमंत्री थे. इतना ही नहीं प्रियंका गांधी की दादी इंदिरा गांधी भी भारतीय प्रधानमंत्री रह चुकी हैं.
प्रियंका गांधी के दादा मतलब इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी एक जाने-माने सांसद सदस्य थे और प्रियंका गांधी के परदादा श्री मोतीलाल नेहरू भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक नेता थे जिन्होंने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. प्रियंका गांधी बचपन से ही राजनीतिक माहौल में पली बढ़ी है .
प्रियंका गांधी जन्म एवं परिचय (Birth and Introduction) |
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पूरा नाम : | प्रियंका गांधी वाड्रा |
निक नाम : | प्रियंका |
पेशा : | भारतीय राजनीतिज्ञ |
राजनीतिक पार्टी : | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी |
जन्मतिथि : | 12 जनवरी, 1972 |
उम्र : | 47 वर्ष |
जन्मस्थान : | दिल्ली, भारत |
राष्ट्रीयता : | भारतीय |
गृहनगर : | दिल्ली, भारत |
धर्म : | हिन्दू |
राशि : | मकर |
प्रसिद्धि : | राजनीतिज्ञ एवं राजीव गांधी जी की बेटी के रूप में |
नेट वर्थ : | 2.1 बिलियन डॉलर |
वैवाहिक स्थिति: | विवाहित |
शादी की तारीख : | 18 फरवरी सन 1997 |
शादी क स्थान : | गांधी होम, 10 जनपथ |
परिवार की जानकारी (Family Detail) |
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पिता का नाम : | राजीव गांधी |
माता का नाम : | सोनिया गांधी |
दादाजी का नाम: | फिरोज गांधी |
दादीजी का नाम : | इंदिरा गांधी |
भाई का नाम: | राहुल गांधी |
पर नाना का नाम: | पंडित जवाहरलाल नेहरु |
चाचा का नाम : | संजय गांधी |
चाची का नाम : | मेनिका गांधी |
पति का नाम : | रोबर्ट वाड्रा |
बेटे का नाम : | रेहान वाड्रा |
बेटी का नाम : | मिराया वाड्रा |
प्रियंका का लुक ( Priyanka’s Look) |
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कद : | 5 फुट 8 इंच |
वजन : | 64 किलोग्राम |
आँखों का रंग : | काला |
बालों का रंग : | काला |
पसंद और नपसंद (Like and Dislike) |
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पसंद : | फोटोग्राफी, रीडिंग, वर्कआउट्स, मैडिटेशन |
पसंदीदा खाना : | टुंडे कबाब एवं सलाद |
पसंदीदा पुस्तक : | जवाहरलाल नेहरु द्वारा लिखित ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ |
पसंदीदा राजनीतिज्ञ : | सोनिया गांधी |
प्रियंका गांधी की पारिवारिक और वैवाहिक जिंदगी (marriage life)
प्रियंका गांधी ने 18 फरवरी सन 1997 में दिल्ली के उद्योगपति रॉबर्ट वडेरा नामक व्यक्ति से शादी की थी. अपने पति से पहली मुलाकात प्रियंका गांधी की एक मित्र के घर पर हुई थी जिनका नाम ओटेवियो क्वट्रोच. शादी के बाद 19 अगस्त सन 2000 में प्रियंका गांधी ने 1 पुत्र को जन्म दिया और उसके बाद उनकी बेटी का जन्म 24 जून 2002 में हुआ. प्रियंका के बेटे का नाम रेहान और बेटी का नाम मिराया है. प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वडेरा के दोनों बच्चे कई बार अपनी माता के साथ चुनावी रैलियों में दिखाई देते हैं. प्रियंका गांधी पहली बार अपने पति रॉबर्ट वाड्रा से जब मिली थी तब उनकी उम्र रितेश महज 13 साल थी. इस रिश्ते में दोस्ती का हाथ सबसे पहले प्रियंका गांधी ने बढ़ाया था और फिर 6 साल तक रिश्ते में रहने के बाद उन्होंने अपने परिवार को अपने और रोबोट के बारे में बता दिया था.
प्रियंका ने अपने परिवार को इस रिश्ते के बारे में बताया तो उसके परिवार ने उसका विरोध किया लेकिन प्रियंका भी अपनी दादी के नक्शे कदम पर चली और अपने प्यार के लिए और अपने परिवार वालों से अपने प्यार के लिए लड़ी. आखिरकार प्रियंका की जीत हुई और उनके परिवार ने उनके और रॉबर्ट वडेरा के रिश्ते को अपना लिया. सन 1997 में प्रियंका की शादी रॉबर्ट वडेरा से कर दी गई. प्रियंका की शादी में महज 150 मेहमानों को बुलाया गया था. उन सब मेहमानों में बच्चन परिवार भी शामिल था.
प्रियंका गांधी की राजनीति को लेकर सोच
भले ही प्रियंका राजनीतिक घराने से संबंध रखने वाली है लेकिन मैं अपना भविष्य राजनीति में नहीं बनाना चाहती जब उनसेइस बारे में सवाल किया गया तोउन्होंने सीधा सा जवाब दिया कि उनके लिए राजनीति का मतलब है जनता की सेवा करनाऔर वह यह काम पहले से ही कर रही हैं. सोचने वाली बात यह है कि प्रियंका गांधी पहले से ही अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी की मदद उनके चुनाव प्रचार ओं में करती दिखाई देती हैं लेकिन फिर भी उन्हें राजगद्दी का कोई लालच नहीं.
प्रियंका गांधी अपनी मां की सलाहकार होने के साथ-साथ एक अच्छी इलेक्शन ऑर्गेनाइजर भी हैं. अपनी मां और भाई को राजनीति में सलाह देने के अलावा प्रियंका की राजनीतिकशैली में कोई जगह ले ले लेने की रुचि नहीं है. प्रियंका गांधी के लिए प्राथमिकता उनका परिवार और उनके बच्चे हैं.
प्रियंका गांधी की पढ़ाई और शिक्षा
शिक्षा की बात करें तो प्रियंका गांधी ने अपनी स्कूल की पढ़ाई दिल्ली के मॉडल स्कूल एवं कान्वेंट ऑफ़ जीसस एवं मैरी स्कूल से पूरी की है. 12वीं करने के बाद प्रियंका गांधी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस एवं मैरी कॉलेज से बीए साइकोलॉजी का कोर्स किया. बीए पूरा करने के बाद प्रियंका गांधी नेबुद्धिस्ट स्टडीज में एडमिशन लिया और उसमें अपनी पढ़ाई पूरी की. प्रियंका गांधी ने 2010 में की.
हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार
हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार 23 जनवरी 2019 को प्रियंका गांधी पूरी तरह से राजनीति में शामिल हो गई हैं. प्रियंका गांधी के राजनीति में कदम रखने की वजह पार्टी के अध्यक्षों की मांग को भी माना जा रहा है. लेकिन फिर भी कभी भी प्रियंका गांधी की इच्छा पार्टी में शामिल होने की नहीं थी वह सिर्फ अपनी मां और भाई का साथ देती रही और चुनावों के दौरान उन्हें पीछे से समर्थन देती रही. लेकिन इस साल अपने भाई राहुल गांधी के जोड़ देने पर प्रियंका गांधी राजनीति में शामिल होने के लिए मान गई जिसके चलते उन्हें कांग्रेस पार्टी का महासचिव बना दिया गया है. इस पद के साथ प्रियंका गांधी को एक और जिम्मेदारी दी गई है और वह है इस साल के आम चुनावों के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पूर्वी उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला प्रदेश है. प्रियंका गांधी के राजनीति में शामिल होने से कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और नेता बहुत ही खुश हैं उन लोगों का कहना है कि प्रियंका गांधी एक ऐसा तुरुप का इक्का है जो उन्होंने आम चुनावों के लिए चला है.
प्रियंका गांधी का राजनीति में सहयोग
प्रियंका गांधी जब 17 साल की थी तब उन्होंने अपना पहला सार्वजनिक भाषण दिया था और उसी के बाद उन्होंने राजनीतिक रैलियों और सम्मेलनों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया. शुरू से ही प्रियंका गांधी अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी को चुनावों में सहयोग करती नजर आई हैं लेकिन उन्होंने कभी खुद से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर नहीं की. शुरू से ही प्रियंका गांधी विधानसभा क्षेत्र रायबरेली और अमेठी का दौरा किया करती थी और वहां के लोगों से बातें किया करती थी इसीलिए इन क्षेत्रों में प्रियंका गांधी का व्यक्तित्व लोकप्रिय है. प्रियंका जब भी कहीं जाती है तो लाखों की भीड़ इकट्ठा कर लिया करती हैं. अमेठी की रैलियों में प्रियंका के लिए सबसे प्रिय नारा जो लगाया जाता है वह है अमेठी का डंका बेटी प्रियंका यह नारा उनके चुनाव में खड़े रहने के लिए हवन के रूप में रहता है.
प्रियंका गांधी की मां सोनिया गांधी 2003 में कांग्रेस की अध्यक्ष बनी और 2004 में उन्होंने चुनावों में जीत हासिल की जिसके दौरान प्रियंका ने पार्टी की छवि में पूरी तरह से बदलाव कर दिया. इस चुनाव में जीत हासिल करने में सोनिया गांधी का साथ प्रियंका गांधी ने बढ़चढ़ कर दिया. जबकि प्रियंका ने कभी भी किसी भी चुनाव में प्रत्याशी की भूमिका नहीं निभाई फिर भी वे राजनीति में कांग्रेस पार्टी के लिए हमेशा सक्रिय रूप से शामिल रही और अपना समर्थन देती रही इसीलिए वह कांग्रेस पार्टी के लिए एक अहम हिस्सा भी रहती हैं.
सन 2007 में जहां राहुल गांधी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में अपने राज्यव्यापी अभियान में व्यस्त थे तभी प्रियंका गांधी ने अमेठी और रायबरेली की 10 सीटों के लिए अपना ध्यान केंद्रित किया. इस सबके लिए प्रियंका गांधी ने 2 सप्ताह उन जगहों पर बिताए और पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच में जो सीटों को लेकर विवाद चल रहा था उसे भी दबाने की कोशिश की. जब 2009 में फिर से आम चुनाव रहे तब प्रियंका गांधी ने बढ़-चढ़कर प्रचार में हिस्सा लिया और वह अमेठी और रायबरेली में लोगों के बीच जाकर उनसे बात करती भी नजर आई. अपने कड़े परिश्रम और मेहनत से प्रियंका गांधी ने अपनी मां और भाई राहुल गांधी को जीत हासिल करने में मदद की. सन 2014 में भी प्रियंका गांधी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जीत दिलाने के लिए अपना पूरा समर्थन दिया लेकिन इस बार उनकी कोशिश नाकामयाब रही और कांग्रेस पार्टी आम चुनाव में जीत नहीं हासिल कर पाई.
प्रियंका गांधी की कुछ ऐसी बातें जो आपको जानी चाहिए
प्रियंका गांधी को फोटोग्राफी करने का बहुत शौक है. प्रियंका गांधी के पिता राजीव गांधी भी फोटोग्राफी के बहुत शौकीन थे और यही कहा जाता है कि यह शौक उन्हें उन से विरासत में मिला है.
प्रियंका गांधी एक बेहद जिम्मेदार नागरिक होने के साथ-साथ एक बहुत अच्छी ऑर्गेनाइजर भी हैं. उन्हें हमेशा अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के साथ चुनावों में ऑर्गेनाइज करते और चुनावी रैलियों में उनका साथ देखते हुए देखा गया है.
प्रियंका गांधी लोगों की सेवा करने में विश्वास रखती हैं और वह भारत की बहुत सी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा के रूप में मानी जाती हैं!
तो यह सारी जानकारी थी प्रियंका गांधी के बारे में. उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया होगा. अगर आपको हमारी दी हुई जानकारी से संतुष्टि मिली है और आप अपने विचार हमारे साथ व्यक्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी बात जरूर लिखें. धन्यवाद.