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प्रेग्नेंट होने के शुरुआती 10 लक्षण : Pregnancy Symptoms in Hindi

प्रेग्नेंट होने के शुरुआती 10 लक्षण : Pregnancy Symptoms in Hindi

Pregnancy Symptoms in Hindi : हर एक औरत के जीवन में गर्भावस्था बहुत ही अजीबोगरीब अनुभव होता है और जैसे ही एक एक सप्ताह बीतने लगता है वसे ही महिला के शरीर में बदलाव आने लगते है और साथ ही साथ उसकी मानसिकता में भी बहुत परिवर्तन आ जाता है।

ऐसा विज्ञान में भी सिद्ध किया जा चूका है की अगर २ औरतें माँ बनने वाली हैं तो उन्हें कभी भी एक जैसे लक्षण महसूस नहीं होते। हर औरत की प्रसव पीड़ा तथा लक्षण अलग अलग होते है। पर कुछ ऐसे एक जैसे लक्षण देखे गए जो हर औरत के पहले हफ्ते के दरमियान समान होते है जैसे कि – हारमोन्स में बदलाव होना, थकान, स्तनों में तनाव, गैस बनना, मन बदलना और कब्ज आदि।

प्रेग्नेंट होने के शुरुआती 10 लक्षण : Pregnancy Symptoms in Hindi
प्रेग्नेंट होने के शुरुआती लक्षण

निचे दिए गर्भावस्था के 10 शुरूआती लक्षण बताये गए हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि आपको हेठ लिखे या तो सभी ही लक्षण महसूस हों और या तो उनमे से कुछ ही। यह भी माना जा सकता है कि आपको इनमे से कुछ भी ऐसा महसूस न हो।

1.मनोदशा में परिवर्तन आना:

गर्भावस्था के दरमियान आपके खून में प्रोजेस्टीरोन तथा ईस्ट्रोजन कि वजह से शरीर में हार्मोन सीमा काफी जल्दी से बढ़ती है। और यह बड़ी हुई हार्मोन कि सीमा आपकी मनोदशा को परिवर्तित क्र सकती है। आप अपने भीतर बुरी तथा अच्छी दोनों तरह की भावनाओं का जोश संवेदन कर सकती हैं। ऐसा भी संभव है कि आप आम तौर से ज़्यादा ही चिंतित या उदास महसूस कर सकती है।

2. बार बार पेशाब आना:

गर्भावस्था में आप ऐसा भी महसूस कर सकती हैं कि आपको आम तौर से ज़्यादा पेशाब आ रहा है। ऐसा कुछ हारमोन्स की मिलावट, आपके शरीर में खून के ज़्यादा भाग और गुर्दों के अपत परिश्रम करने कि वहज से होता है।

3. सूजे हुए और संवेदनशील स्तन:

गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में से एक यह भी है कि आपको स्तन छूने पर अधिक कोमल लग सकता है। यह उसी तरह कि अनुभूति है, जैसे माहवारी आरम्भ होने से पूर्व महसूस की जाती है। आपके स्तन सूजे हुए और बड़े भी लग सकते हैं तथा खाल में नीले रंग की नसें देेेखी जा सकती हैं। संवेदनशीलता पहले ही क्वार्टर में सबसे आम है, और जैसे जैसे गर्भावस्था में बढ़ावा आता है वैसे वैसे यह कम हो जाती है।

4.माहवारी न आना :

अगर आपको माहवारी ज़्यादातर सामन्य रहती है और समय पर नहीं आई तो कुछ दूसरे लक्षण देखने से पहले आप शायद गर्भावस्था जांच करेंगी। माहवारी का ना आना गर्भावस्था के अवश्य ईशारों में से एक है।

5. थकान :

गर्भावस्था के पहले चरण से ही आपका शरीर बच्चे को सहारा देने के लिए अपने आप को योग्य बनाता है। इस दरमियान आप थकी हुई अनुभव कर सकती हैं तथा आम तौर से ज़्यादा लेटना या बैठना पसंद करती हैं।

6. शरीर का उच्च बेसल तापमान:

अगर आप हर रोज़ अपने तापमान पर गौर करते हैं तो आप इस परिवर्तन को समझ सकती हैं। अगर आपका 18 दिन तक लगातार शरीर के ज़्यादा हुए बेसल तापमान बड़ा हैं तो यह संभव हैं कि आप गर्भवती हो सकती हैं।

7. भोजन की तड़प और गंध की भावना में परिवर्तन :

किसी ख़ास खाना की इच्छा या किसी के प्रति विरोध गर्भावस्था का लक्षण है। यद्यपि, सिर्फ इसी पर ही यकीन नहीं किया जा सकता, क्यूंकि यह सिर्फ आपकी इच्छा या आपके शरीर में किसी ख़ास पोषक चीज़ की कमी का लक्षण हो सकता है। और अगर यदि खाने की तड़प के साथ इस चिन्ह में दिए गए कुछ दूसरे इशारे भी है जो आप अनुभव करती हैं, तो सबसे पहले यह निश्चित करें कि आपकी माहवारी की नियुक्त तारीख से कितने दिन ज़्यादा हो गए हैं।

8. मिचली या उल्टी आना:

सुबह की मिचली शुरुआती गर्भावस्था लक्षणों में से एक है। वैसे तो यह गर्भावस्था के छठे सप्ताह में आरम्भ होती है, लेकिन कभी कभी यह चौथे हफ्ते में भी आरम्भ हो सकती है। आपको इसका सिर्फ अनुभव हो सकता है और यह आपको हो भी सकती है। इसका नाम सुबह कि मिचली होने के बाद भी यह सुबह, दिन या रात किसी भी समय हो सकती है।

9. पक्का प्रमाणः घर पर गर्भावस्था अन्वेषण का निश्चित नतीजा:

अगर आपको माहवारी न हो तो यह घर पर गर्भावस्था जांच करने के लिए यह ज़्यादा तौर पर सही परिणाम देने वला लक्षण है। यह किस तरह नतीजा देगा, वह विभिन्न हो सकता है। कुछ जांच पट्टी पर नीला तथा गुलाबी रेखा दिखातें हैं और कुछ माइनस (-) या प्लस (+) का निशान दिखती है। कुछ जांच आपके पेशाब के नमूने का रंग परिवर्तित कर देते हैं।

10. काले धब्बे :

गर्भावस्था के शुरूआती दौर में औरत की आँखों के नीचे डार्क सर्कल हो जाते है।ऐसा इसलिए क्यूकि शरीर में बहुत बदलाव आता है और सूरज की रौशनी भी त्वचा सह नहीं पाती।

यह कुछ गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण हैं और आपको भी इनमे से कुछ महसूस होते हैं तो शायद आप भी गर्भवती हो सकतीं हैं।