Best Inspirational Quotes of Ratan Tata in Hindi ! रतन टाटा के प्रेरक विचार :
Quotes of Ratan Tata in Hindi ! रतन टाटा के प्रेरक विचार
“अगर आप तेज़ चलना चाहते है, तो अकेले चलिए. लेकिन अगर आप दूर तक जाना चाहते है, तो किसी के साथ के बिना आगे न बढे.”
रतन टाटा
हम लोग इंसान हैं कोई कम्प्यूटर नहीं, जीवन का मजा लीजिये इसे हमेशा गंभीर नहीं बनाइये
रतन टाटा
मैंने जिनका अनुसरण किया वे बहुत ही महान थे। श्री जे.आर. डी टाटा. भारतीय व्यापार के प्रमुख स्तम्भ थे। वे 50 वर्षो तक टाटा संगठन की डोर थामे रहे।
मै सही निर्णय ले रहा हु या नही, इसमें मै विश्वास नही रखता, लेकिन जो निर्णय लेता हु उसे सही साबित करने में विश्वास रखता हु
मैं कभी भी इस बात मे विश्वास नहीं करता कि मैं सही निर्णय ले रहा हूँ या नहीं. बस मैं निर्णय लेकर, उसके लिए गए निर्णय को सही साबित करने में विश्वास रखता हूँ.
मैं यह कहूँगा कि एक चीज जो मैं अलग तरीके से कर सकता था वह यह कि मैं और भी अधिक सेवामुक्त होता
उन हजारो पत्थरो को अपने पास रख ले, जिसे लोग आप पर फेंकते हैं और फिर उन पत्थरो का इस्तमाल कर उनसे एक इमारत खडी करें.
दुनिया में करोड़ो लोग मेहनत करते हैं फिर भी सबको भिन्न-भिन्न परिणाम प्राप्त होते हैं इस सब के लिए मेहनत करने का तरीका जिम्मेदार है इसलिए व्यक्ति को मेहनत करने के तरीके में सुधार करना चाहिए।
सभी जानते है की सभी के एक जैसी योग्यता नही होती है लेकिन हमारे पास अपनी प्रतिभा को विकसित करने के समान अवसर होते है
जीवन में यदि सुख दुःख यानी उतार चढाव न हो तो जीवन जीने का कोई अर्थ नही है क्योकि इसीजी में सीधी लाइन का मतलब ही होता है की हम जिन्दा नही है
सत्ता और धन मेरे दो प्रमुख सिद्धांत नहीं हैं।
मेरे पास दो या तीन कारें हैं जो मुझे पसंद हैं, लेकिन आज, प्रभावशाली होने के मामले फेरारी सबसे अच्छी कार है जो मैंने चलाई है।
मैं निश्चित रूप से राजनीति में नहीं शामिल होऊंगा। मैं एक साफ़-सुथरे बिजनेसमैन के तौर पे याद किया जाना पसंद करूँगा, जिसने सतह के नीचे की गतिविधियों में हिस्सा ना लिया हो, और जो काफी सफल रहा हो।
लोहे को कोई नुकसान नहीं पहूंचा सकता लेकिन यह कार्य उसका अपना ही जंग (Rust) कर सकता है। वैसे ही किसी व्यक्ति को कोई नष्ट नहीं कर सकता सिवाय उसकी अपनी मानसिकता के।
जिस दिन मैं उड़ान नहीं भर पाऊंगा, वो मेरे लिए एक दुखद दिन होगा
मैं उन लोगों की प्रसंशा करता हूं जो बहुत सफल हैं। लेकिन अगर वह सफलता बहुत ज्यादा निर्ममता से हासिल हो तो मैं उस व्यक्ति की प्रसंशा तो करूँगा लेकिन इज्जत नहीं।
मैं भारत के भविष्य की सम्भावनाओं के लेकर हमेशा बहुत कॉंफिडेंट और उत्साही रहा हूँ। मुझे लगता है ये एक महान क्षमता वाला महान देश है।
जो दुसरो की नकल करते है वे थोड़े समय के लिए तो सफलता (Success) प्राप्त कर सकते है लेकिन जीवन के कठिनाई के मार्ग पर बहुत आगे तक नही चल सकते है
ऐसी कई चीजें हैं, जो अगर मुझे दोबारा जीने के मौका मिले तो शायद मैं अलग ढंग से करूँगा। लेकिन मैं पीछे मुड़कर ये नहीं देखना चाहूँगा कि मैं क्या नहीं कर पाया।
जो लोग आपके ऊपर पत्थर फेकते है आप उन पत्थरों से उनको जवाब नही दे बल्कि उन पत्थरों को इक्कट्ठा करके आप अपने सपनों का इमारत जरूरत बना सकते है
मैं कहूँगा कि एक चीज जो मैं अलग ढंग से करना चाहता वो है और अधिक आउटगोइंग होना
बिजनेस को अपनी कम्पनी के हितों से आगे बढ़कर उन समुदायों तक जाना चाहिए जिसे वे सर्व करते हैं
मैं भारत के भविष्य और इसकी क्षमता को लेकर काफी आशान्वित हूं। यह बहुत महान देश है। इसमें बहुत क्षमता हैं।
हो सकता कि मेरे निर्णयों से कई लोग दुःखी हो लेकिन मैं उस व्यक्ति के रूप में पहचाना-जाना चाहता हूं जिसने कभी किसी भी परिस्थिती में सही काम को सही ढ़ग से करने के लिए समझौता नहीं किया।
आपको हर जगह सुनते रहना चाहिए और सीखते रहना चाहिए
मैं हमेशा लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए कहता हूं। कहता हूं कि लोग प्रश्न पूछे जो अभी तक पूछे नहीं गए हैं, नए विचारों को आगे रखे, नये आईडिया पर विमर्श करे ताकि दुनिया को और बेहतरीन बनयाया जा सके।
व्यक्ति को अपनी योग्यता और जीवन की परिस्थितियों के अनुसार अवसर एवं चुनौतियों की पहचान करनी चाहिए।
हमे सफल व्यक्तियों से प्रेरणा लेनी चाहिए की अगर वे सफल हो सकते है तो हम क्यू नही सफल हो सकते है ? परन्तु प्रेरणा लेते समय हमे आँखे खुली रखनी चाहिए
अगर कोई भी कार्य जन-साधारण के मापदंड़ों पर खरा उतरता है तो उसे जरूर करे लेकिन अगर नहीं उतरता हो तो बिल्कूल न करे
हर व्यक्ति में कोई न कोई प्रतिभा जरुर होती है तो हमे बस जरूरत इस बात का है की उस प्रतिभा को पहचानकर उस पर काम करने की जरूरत है
मैंने हमारी कम्पनी में ये बात भी रखी है: हमें बेबी स्टेप्स लेना छोड़ना होगा और ग्लोबली सोचना शुरू करना होगा। ये सचमुच मददगार लग रहा है।
किसी भी कार्य को पूर्ण करने की समय-सीमा होनी चाहिए और वे ही कार्य करना चाहिए जिसे करने में आनंद आता हो।