Basant Panchami Essay In Hindi : वसंत पंचमी जो की हिन्दुओ का विशेष त्यौहार माना जाता है. लेकिन आपको बात दे की इसे हिन्दू ही नहीं बल्कि अन्य धर्मो के लोग भी बड़ी उत्साह के साथ मनाते है. इसे माघ सुक्ल पक्ष की पंचमी को मानाया जाता है. इस दिन विद्या की देवी सरस्वती जी की पूजा की जाती है. इस त्यौहार को भारत में तो मानते ही है, लेकिन इसे पूर्वी भारत में बड़ी धूम धाम से मानाते है. इस त्यौहार को पीले रंग का प्रतीक माना जाता है. इस दिन स्त्रिया पीली वस्त्र धारण करते है जब फूलों पर बहार आ जाती है, तो खेतो में सरसों का सोना जैसा चमकने लगते है. और भी जौ और गेहू भी पकने के लिए तैयार हो जाते है. वसंत पंचमी के दिन लोग पतंग उड़ाते है. और वसंत ऋतु का स्वागत करने के लिए माघ महीने के पाँचवे दिन एक बड़ा जश्न मनाया जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और कामदेव की पूजा की जाती है. वसंत पंचमी के दिन सूर्य उत्रायण होना शुरू हो जाता है. जिसकी पिली किरन इस बात का संकेत देता है की सूर्य की तरह घम्भीर और प्रखर होना चाहिए.

- Top 20+ Motivational framed quotes
ये भी पढ़े ⇓
वसंत पंचमी का महत्व
वसंत पंचमी का त्यौहार आते ही प्रकृति में बहुत ही सुंदर और आकर्षित करने लगती है. और पेड़ों पर बेर पक कर तैयार हो जाते है. चारो और रंग-बिरंगी तितलियाँ मँडराने लगतीं. और मानव पशु पक्षी उलास से भर जाते है. हर दिन नयी उमंग से सूर्योदय होता है. और नयी चेतना प्रदान कर अगले दिन फिर आने का आश्वासन देकर चला जाता है. ये दिन सभी प्राणी जीव के लिए बहुत ही अच्छे होते है. प्राचीनकाल से ही इसे ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती का जन्मदिवस माना जा रहा है. देवी द्वारा बच्चे को बुधि और ज्ञान की प्राप्ति के लिए प्राथना करते है. माना जाता है, की वसंत पंचमी के दिन अगर बच्चे को किसी भी तरह का दोष है, तो उसकी जीभ पर केसर से चांदी की सलाई से ऐ बिज मंत्र लिखे तो उसके कस्ट दूर हो जाते है. इस दिन गरीबो को पंसिल, कोपी, पैन दान करे. इस त्यौहार को स्कुलो में भी बड़ी उत्साह के साथ मनाते है. और देवी माँ की पूजा अराधना करते है. कलाकारों और शिक्षाविद भारतीय के लिए ये त्यौहार बहुत ही प्रिय है. इसे भारत के अधिकाँश राज्य में इस त्यौहार को लेकर विशेष प्रकार का पकवान बनाते है. वैसे ही पंजाब में इस त्यौहार पर खेतो में विशेष प्रकार के पकावन बना कर गरीबो को खिलाते है. पर तरह-तरह के प्रोग्राम का आयोजन करते है.
पौराणिक महत्व
इस त्योहारों से हमें अतीत की अनेक प्रेरक घटनाओं की भी याद दिलाता है. क्योंकि इस दिन रावण द्वारा सीता के हरण के बाद श्री राम द्वारा उसकी खोज में दक्षिण दिशा की और बढे थे. और इस दिन हमे त्रेता युग से जोड़ता है. और भगवान श्री राम सीता की खोज के लिए ये शबरी नामक भीलनी के पास गए तो उसने भगवान श्री राम को जूठे बेर खिलाए थे. और जहा भीलनी रहती थी उस स्थान का नाम दंडकारण्य है. यह क्षेत्र अब गुजरात और मध्य प्रदेश में है यही पर ही सबरी माता का मंदिर भी स्थित है. जो पर्यटक का आकर्षण का केंद्र है. यहाँ सालाना लाखो लोग विदेशो से घुमने आते है.
जन्म दिवस
वसंत पंचमी के दिन ही बहुत से माहान हस्तियों का जन्म हुआ था. जैसे राजा भोज अपने जन्म दिवस पर और वसंत पंचमी के दिन ही एक बड़ा उत्सव करवाते थे. जिसमें पूरी प्रजा के लिए एक बड़ा प्रीतिभोज रखा जाता था. ये प्रतिभोज 40 दिन तक चलता था. और इसी दिन ही हिंदी साहित्य के कवि सूर्यकांत तिरपाठी का भी जन्म हुआ था. वे बहुत ही दयालु थे वे अपने पैसे और वस्त्र खुले मन से निर्धनों को दे देते थे. ऐसे ही बहुत से महान हस्ती का जन्म वसंत पंचमी के दिन हुआ है.
वसंत पंचमी और प्रेम बाण
अगर कोई किसी से प्रेम करने लगता है, तो सारी दुनिया में हृदय के चित्र में बाण चुभाने का प्रतीक उपयोग में लाया जाता है. प्रेम का बाण यदि आपके हृदय में चुभ जाए तो आपके हृदय में पीड़ा होगी. और वह पीड़ा ऐसी होगी कि उसे आप छोड़ना नहीं तो दूर की बात आप उसकी तरफ देखना भी नहीं चाहोगे लेकीन इस पीड़ा में आनंद जैसी होगी. की आप इस आनद रूपी पीड़ा में घुसते ही चले जाओगे. ये सबसे ज्यादा वसंत ऋतु के समय में ही अत्यधिक प्रभावित होता है. मौसम का सुहाना होना इस मौके को और भी बेहतरीन बना देता है. जिससे प्रेम की भावना तो जाग्रित होगी.
2019 में इस तारिक को होगी वसंत पंचमी
2019 में वसंत पंचमी माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है. इस बार बसंत पंचमी का त्योहार 2 दिन मनाया जाएगा. देश के कुछ हिस्सों में यह त्योहार 9 फरवरी के दिन मनाया जाएगा. तो कुछ जगहों पर 10 फरवरी के दिन.बसंत पंचमी का त्योहार 9 फरवरी यानी शनिवार के दिन दिल्ली, पंजाब, जम्मू, हिमाचल, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश,,उत्तराखंड, गुजरात, पश्चिमी महाराष्ट्र और कर्नाटक में 9 फ़रवरी को यह त्यौहार मनाने जा रहे है तथा बाकी राज्यों में 10 फरवरी को. आत करते है इस दिन अगर आप नए काम की शुरूवात करते है तो बहुत ही शुभ माना जाता है.